जिस हाईजैक को सॉल्व कर रहा था उसमें सवार थे मेरे पिता… जयशंकर ने सुनाई IC-814 की कहानी

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 13 सितंबर को एक बड़ा खुलासा किया कि वो 1984 में हुए IC-814 विमान हाईजैक की घटना के दौरान बातचीत में शामिल थे. इस घटना में उनके पिता भी उस विमान में सवार थे, जो उस समय एक सिविल सर्वेंट थे. जयशंकर ने स्विट्जरलैंड के जिनेवा में एक भाषण के दौरान यह जानकारी शेयर की. अपने भाषण के दौरान उन्होंने नेटफ्लिक्स पर आईसी 814- द कंधार हाईजैक नामक विवादित सीरीज के बारे में बात कर रहे थे.
उन्होंने कहा, “मैंने फिल्म नहीं देखी है, इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता. 1984 में, एक अधिकारी के रूप में, मैं हाईजैक से निपटने वाली टीम का हिस्सा था. कुछ घंटों बाद, मैंने अपनी मां को फोन किया कि मैं हाईजैक के कारण घर नहीं आ सकता, तभी मुझे पता चला कि मेरे पिता विमान में थे.”
1984 का हाईजैक
24 अगस्त 1984 को भारतीय एयरलाइंस का विमान IC-421, जो दिल्ली से श्रीनगर जा रहा था, पठानकोट के पास हाईजैक कर लिया गया था. अपहरणकर्ताओं ने विमान को दुबई की ओर मोड़ दिया. इस घटना में 36 घंटे लगे, जिसके बाद 12 खालिस्तान समर्थक अपहरणकर्ताओं ने आत्मसमर्पण कर दिया और सभी 68 यात्रियों और 6 चालक दल के सदस्यों को सुरक्षित रिहा कर दिया.
जयशंकर ने अपने पिता, के. सुब्रह्मण्यम, जो एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक मामलों के विश्लेषक और पत्रकार थे, के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि इस स्थिति में एक ओर वे उस टीम का हिस्सा थे जो हाईजैक पर काम कर रही थी और दूसरी ओर, वे उस परिवार के सदस्य थे जो सरकार पर दबाव डाल रहे थे.
विवादित सीरीज पर क्या बोले जयशंकर
नेटफ्लिक्स की सीरीज “IC 814: द कंधार हाईजैक” ने हाल ही में विवाद पैदा किया है. इस सीरीज में अपहरणकर्ताओं के नाम बदल दिए गए हैं, जिससे आलोचना हुई है कि ये एक विशेष समुदाय के आतंकवादियों को बचाने की कोशिश है. जयशंकर ने कहा कि फिल्म निर्माता अक्सर सरकार को निगेटिव रूप में पेश करते हैं और नायक को अच्छा दिखाने की कोशिश करते हैं.

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