जेल में बैठे-बैठे इमरान खान ने हिला दी शहबाज शरीफ की सत्ता, पाकिस्तान में चुनाव आयोग के एक फैसले ने बदल डाले हालात

पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने पाक की शहबाज सरकार को एक बड़ा झटका दिया है. आयोग ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के 39 जीते हुए सांसदों को PTI (Pakistan Tehreek-e-Insaf) पार्टी का जीता हुआ उम्मीदवार मान लिया है. 12 जुलाई को आए सुप्रीम कोर्ट के एक ऐतिहासिक फैसले के बाद चुनाव आयोग ने ये कदम उठाया है.
अदालत ने फैसला सुनाया था कि PTI एक वैध राजनीतिक पार्टी है और आजाद जीत के आए सांसद इसमें शामिल हो सकते हैं. 39 सांसदों को पार्टी का सांसद माने जाने के बाद पाक सदन में PTI की ताकत बढ़ जाएगी. चुनाव से पहले आयोग ने पार्टी को भंग कर दिया था और इसका चुनवा चिन्ह क्रिकेट बैट छीन लिया था. जिसकी वजह से पार्टी के उम्मीदवारों को आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ना पड़ा था.
PTI समर्थित उम्मीदवारों ने लहराया जीत का परचम
8 फरवरी को हुए आम चुनाव में इमरान खान समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज की थी. PTI समर्थित उम्मीदवारों ने सदन में महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित सीटों को हासिल करने के लिए सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (SIC) में शामिल होने का फैसला लिया, लेकिन चुनाव आयोग ने SIC को आरक्षित सीटें देने से इनकार कर दिया क्योंकि उसने खुद कोई सीट नहीं जीती थी.
पाकिस्तान के सदन में सरकार बनाने के लिए 169 सीटों की जरूरत होती है. सदन में कुल 266 असेंबली सीट हैं और 70 महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए रिजर्व्ड सीटें हैं. इन्ही रिजर्व्ड सीटों को पाने के लिए एक वैध राजनीतिक दल होने की जरूरत होती है.
किसके पास कितनी सीट?
पाकिस्तान के चुनाव में सबसे ज्यादा 93 सीट PTI समर्थिक आजाद उम्मीदवारों ने हासिल की थी, उसके बाद नवाज शरीफ की पार्टी PML-N ने 75 और भुट्टों की PPP ने 54 सीट हासिल की थी. जिसके बाद PML-N, PPP और कुछ छोटे दलों ने साथ आकर सरकार का गठन किया था.
39 सांसदों को पार्टी की मान्यता मिलने से सदन का गणित बिगड़ चुका है. हाल ही में PTI पार्टी के अध्यक्ष अय्यूब खान ने बताया कि इमरान खान ने मुल्क की अवाम से देश में चुनाव की तैयारी करने को कहा है.

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