जो कल्चर अमेरिका को लगा रहा दीमक, उस पर एक साथ खड़े दिखे डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस
अमेरिका में किसी गन का लाइसेंस लेना उतना ही आसान है, जितना भारत में कार या बाइक का. अमेरिका का यही गन कल्चर कई बार हिंसा की वजह भी बनता है, देश में ऐसा कोई ही साल जाता है जब किसी सरफिरे की अपनी लाइसेंसी गन से फायरिंग में आम लोगों की जान जाने की खबर न आती हो. इस साल तो हद जब हो गई जब एक 20 साल के युवक ने ट्रंप पर गोली चला दी, जिसमें वे बाल बाल बचे हैं.
अमेरिका में कई संगठन आर्म बैन की मांग करते आ रहे हैं, ट्रंप पर हमले के बाद लग रहा था कि रिपब्लिकन भी गन बैन के समर्थन में आएंगे. बुधवार को पेन्सिलवेनिया में हुए राष्ट्रपति डिबेट में ये साफ हो गया की देश के गन कल्चर को लेकर दोनों नेता एक पाले में खड़े हैं. डिबेट के दौरान ट्रंप ने दावा किया कि कमला हैरिस गन लाइसेंस को बैन कर देंगे, ट्रंप के इस आरोप को कमला नकारते हुए कहा कि वो भी गन ऑनर है.
Kamala Harris and I are both gun owners.
Were not going to take away your Second Amendment rights — were going to prevent your kids from getting shot at school.
— Tim Walz (@Tim_Walz) September 11, 2024
मैं भी गन मालिक हूं-कमला
गन के मालिकाना अधिकार पर बात करते हुए, ट्रंप ने हैरिस को कट्टरपंथी लिबरल दिखाना की कोशिश की. ट्रंप ने कहा, “वह हमारे देश को नष्ट कर रही है, उसके पास पुलिस का बजट कम करने का प्लान है. उसके पास हर किसी की बंदूक जब्त करने की योजना है, उसके पास पेंसिल्वेनिया या कहीं और फ्रैकिंग (तेल निकालने की तकनीक) की अनुमति नहीं देने की योजना है.”
ट्रंप के सभी आरोपों को कमला ने खारिज कर दिया और कहा, “मैं एक बंदूक की मालिक हूं और मेरे पास बंदूक शायद उसी वजह से है जिस वजह से बहुत से लोग रखते हैं- सेल्फ डिफेंस के लिए.” कमला के इस बयान ने सबको चौंका दिया, क्योंकि कमला को गन कल्चर के खिलाफ समझा जा रहा था, क्योंकि उन्होंने एक प्रॉसिक्यूटर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की है. राष्ट्रपति डिबेट में कई मतभेदों के साथ गन कल्चर पर दोनों नेता साथ खड़े दिखाई दिए.
अमेरिका में गन कल्चर का महत्व
अमेरिका में कई बड़ी घटनाओं के बाद भी गन रखने के ऊपर सरकार बैन नहीं लगा पाई है. अमेरिका में गन रखना उसके कल्चर से जुड़ा हुआ है, यहां तक कि A-15 राइफल को अमेरिका की नेशनल गन भी कहा जाता है. ज्यादातर मामलों में बंदूकों को लेकर ट्रंप के समर्थकों और कमला के समर्थकों के बीच काफी हद तक एक जैसा नज़रिया है. अमेरिका में लगातार बढ़ रही गन की बिक्री को कई अमेरिकी खतरें के तौर पर देखते हैं, लेकिन ज्यादातर अमेरिकी अपनी सुरक्षा के लिए गन रखना जरूरी समझते हैं.