जो देख नहीं पाते वो कैसे चलाते हैं स्मार्टफोन? ये ऐप करता है मदद

Blind Use Mobile Phone: आज की डिजिटल दुनिया में स्मार्टफोन की अहमियत काफी बढ़ गई है. यह न केवल एक-दूसरे से बात करने का जरिया है, बल्कि एंटरटेनमेंट, बैंकिंग, शॉपिंग समेत कई काम भी करता है. हालांकि, यह टेक्नोलॉजी ऐसे लोगों के लिए एक चुनौती पेश कर सकती है, जो देख नहीं पाते हैं. लेकिन नए ऐप्स और टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन्स ने इसे उनके लिए भी इस्तेमाल करने लायक बना दिया है. आंखों की कम रौशनी वाले लोगों के लिए स्मार्टफोन के इस्तेमाल को आसान बनाने में कई ऐप्स अहम भूमिका निभा रहे हैं.
इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि स्मार्टफोन चलाने के लिए आंखों की रौशनी का होना कितना जरूरी है. जिन लोगों की आंखों की रौशनी कम है, या जो बिलकुल देख नहीं पाते हैं, उनके लिए स्मार्टफोन चलाना बेहद मुश्किल हो सकता है. ऐसे में कई टेक्नोलॉजी और ऐप्स आए जिनकी मदद से जिन्हें कुछ भी नहीं दिखता, वे भी स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने लगे.
जिन लोगों को दिखाई नहीं देता, वे ऐसे चलाते हैं स्मार्टफोन
विजुअली इंपेयर्ड लोग, यानी जो लोग देख नहीं पाते हैं, वे स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने के लिए खास ऐप्स और टेक्नोलॉजी का सहारा लेते हैं.
स्क्रीन रीडर ऐप्स
जिन लोगों को कुछ भी नजर नहीं आता, उनके लिए स्क्रीन रीडर ऐप्स बहुत काम के ऐप्स हैं. ये ऐप्स स्मार्टफोन की स्क्रीन पर मौजूद टेक्स्ट को सुनने लायक आवाज में बदल देते हैं. इनसे ब्लाइंड यूजर्स स्मार्टफोन पर अलग-अलग चीजों को आसानी से पहचान सकते हैं. ये ऐप्स बटन, मेनू और बाकी आइटम्स को पहचानने में भी मदद करते हैं. स्क्रीन पर लिखे टेक्स्ट को पढ़कर सुनाने से ब्लाइंड लोगों को पूरी जानकारी मिल जाती है.
नेविगेशन और ऑडियो गाइड ऐप्स
ब्लाइंड लोगों के लिए कहीं आना-जाना या आसपास की चीजों को पहचानना एक बड़ी चुनौती हो सकता है, लेकिन ‘Seeing AI’ और ‘Be My Eyes’ जैसे ऐप्स ने इस समस्या से छुटकारा दिलाया है. Seeing AI एक ऑडियो गाइड के तौर पर काम करता है, जो आसपास की चीजों और लिखी हुई चीजों को पहचानता है. यूजर्स को आवाज के जरिए इन सबकी जानकारी देता है.
Be My Eyes ऐप एक वर्चुअल असिस्टेंट सर्विस है, जिसमें ब्लाइंड लोग आसपास के लोगों से कॉन्टैक्ट कर सकते हैं. इसके जरिए लोग आसपास के लोगों से रास्ता आदि दिखाने के लिए मदद भी मांग सकते हैं.
वॉयस असिस्टेंट्स
वॉयस असिस्टेंट्स जैसे ‘Google Assistant’ और ‘Siri’ भी ब्लाइंड या आंखों की कम रौशनी वाले लोगों के लिए मददगार साबित हो सकते हैं. ये असिस्टेंट्स वॉयस कमांड्स के जरिए स्मार्टफोन की अलग-अलग चीजों को कंट्रोल करने में मदद करते हैं, जैसे कॉल करना, मैसेज भेजना, या ऐप्स खोलना. इसके अलावा, ये असिस्टेंट्स यूजर्स की डेली लाइफ को आसान बनाने में भी मदद कर सकते हैं.

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