जो मेरी औकात है…अपनी फीस को लेकर जॉन अब्राहम ने कह दी बड़ी बात
जॉन अब्राहम ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत 21 साल पहले की थी. इतने सालों से वो इंडस्ट्री का हिस्सा हैं. तब से लेकर अब तक उन्होंने कई फिल्मों में काम किया. यहां तक कि फिल्मों को प्रोड्यूस भी किया है. लेकिन उनका कहना है कि प्रोड्यूसर आज भी उन पर और उनके फिल्म मेकिंग प्रोसेस पर भरोसा नहीं करते. हाल ही में एक इंटरव्यू में जॉन ने कहा कि प्रोड्यूसर उनके मैसेज को अनदेखा कर देते हैं.
जॉन ने बताया कि उन्हें स्टूडियो हेड को फंड देने के लिए पहले अपनी फिल्म के बारे में समझाना पड़ता है. उन्होंने अपने स्ट्रगल पर बात करते हुए कहा, “मैंने ‘विकी डोनर’ को प्रोड्यूस किया. मैंने ‘मद्रास कैफे’, ‘बाटला हाउस’ जैसी फिल्में कीं. लेकिन आज भी मुझे स्टूडियो हेड्स को ये समझाना पड़ता है कि ये एक अलग फिल्म है और प्लीज मेरे प्रोसेस को फंड करें. आज तक उन्हें मुझ पर 100 परसेंट भरोसा नहीं है और वो मुझसे कहते हैं कि बजट बहुत ज्यादा है.”
“मेरी जो औकात है”
जॉन अब्राहम ने अपनी फीस के बारे में भी बात की और बताया कि वो अपनी ‘औकात’ से ज़्यादा पैसे नहीं लेते हैं. उन्होंने कहा, “एक एक्टर के तौर पर मेरी फीस फिल्म पर बोझ नहीं डालती. मुझे लगता है कि अगर फिल्म पैसे कमाएगी, तो मैं भी पैसे कमाऊंगा. मैं फिल्म पर बोझ नहीं डालना चाहता, तो मेरी जो औकात है, जो मेरा स्टैंडर्ड है, मैं उसी हिसाब से फिल्में बनाता हूं. मुझे अपने कंटेंट पर बहुत प्राउड है.”
जॉन ने बताया कि स्टूडियो हेड अक्सर उन्हें जवाब नहीं देते, खास तौर पर इसलिए क्योंकि वो व्हाट्सएप यूज नहीं करते. उन्होंने कहा, “सबसे पहले, मेरे पास व्हाट्सएप नहीं है, इसलिए अगर मैं लोगों को SMS भेजता हूं, तो वो मुझे जवाब नहीं देते. मुझे बहुत लंबे समय तक जवाब नहीं मिलता. मैंने एक स्टूडियो हेड को मैसेज किया था और उन्होंने मुझे बताया था कि वो वापस आएंगे, लेकिन साढ़े चार महीने बीत चुके हैं और उन्होंने जवाब नहीं दिया है. मुझे बुरा नहीं लगता, लेकिन मैं एक जवाब डिजर्व करता हूं मेरा मानना है कि अगर लोग मुझपर थोड़ा भी विश्वास करते हैं, तो मैं इंडियन सिनेमा को थोड़ा बदलने की कोशिश करना चाहूंगा. मैं ये नहीं कह रहा हूं कि मैं गेम चेंजर हूं, लेकिन मैं कोशिश करना चाहता हूं.”
अपकमिंग फिल्मों पर बात
यही नहीं जॉन ने अपने अपकमिंग प्रोजेक्ट को लेकर भी बात की. उन्होंने बताया कि उन्हें जियो पॉलिटिक्स में काफी ज्यादा इंटरेस्ट है. जॉन ने कहा, “मैं एंटरटेनिंग फिल्में और जियो पॉलिटिक्स पर कुछ बनाना चाहता हूं. क्योंकि मुझे इसमें इंटरेस्ट है. ‘तेहरान’ और ‘डिप्लोमैट’ जैसी मेरी आने वाली फिल्में बेहतरीन हैं. मैं उन्हें दिलचस्प तरीके से पैकेज करना चाहता हूं और दर्शकों को दिखाना चाहता हूं.” जॉन ने ये भी खुलासा कि कि ‘डिप्लोमैट’ इंडियन डिप्लोमैट जेपी सिंह की जिंदगी पर बनी है. उसमें जॉन लीड में नजर आएंगे. इसके अलावा उनकी शरवरी वाघ के साथ 15 अगस्त को ‘वेदा’ रिलीज होने के लिए तैयार है.