टाटा ने सिर्फ नमक ही नहीं, कैंसर का सबसे अच्छा इलाज भी दिया, कई अस्पताल कर रहे मरीजों की सेवा
रतन टाटा ने दुनिया को अलविदा कह दिया है, लेकिन उन्होंने अपने नेतृत्व और परोपकार से देश के लिए जो योगदान दिया है उसको सदियों तक याद रखा जाएगा. रतन टाटा ने लगभग हर क्षेत्र में देश को आगे बढ़ाया है. हेल्थ सेक्टर में भी उन्होंने देश की सेवा की है. सबसे खतरनाक बीमारी कैंसर की रोकथाम और इलाज के लिए देशभर में कई कैंसर अस्पताल और रिसर्च सेंटर टाटा परिवार ने ही देश को दिए हैं. इनमें महाराष्ट्र के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल को सबसे बेहतरीन कैंसर हॉस्पिटल माना जाता है .टाटा ग्रुप ने 1952 में टाटा कैंसर अस्पताल की शुरुआत की थी. तब से लेकर अब तक इस अस्पताल को बुलंदियों पर पहुंचाने का काम रतन टाटा ने किया था.
टाटा अस्पताल में हर साल 70 हजार से अधिक कैंसर मरीजों का इलाज किया जाता है. इस अस्पताल में कैंसर मरीजों के लिए 700 बेड हैं और अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर मरीजों की सर्जरी के लिए हैं. यहा मरीजों को सीटी, एमआरआई, पीईटी-सीटी स्कैन जैसी सुविधाए मिलती हैं. अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मचारियों और डॉक्टरों के लिए फ़ेलोशिप कार्यक्रम भी है. यह अस्पताल अंतरराष्ट्रीय कैंसर संस्थानों का सहयोग भी करता है. अस्पताल में मरीजों को सब्सिडी और कई मामलों में निशुल्क इलाज भी दिया जाता है.
अस्पताल में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, मेडिकल ऑन्कोलॉजी समेत सभी तरह के कैंसर का इलाज किया जाता है. कैंसर के जिन मरीजों को अस्पताल पबुंचने में परेशानी है उनको ऑन्लाइन कंसलेटेशन भी दिया जाता है. इस अस्पताल की विशेषज्ञता यह भी है कि यहां लिम्फोब्लास्टिक ल्यूकेमिया ( एक प्रकार का रेयर और खतरनाक कैंसर) का ट्रीटमेंट होता है. हर साल देश और विदेश से इस बीमारी के इलाज के लिए 30,000 नए मरीज आते हैं. जिनमें से 70% से अधिक का इलाज लगभग बिना किसी शुल्क के किया जाता है.
टाटा मेमोरियल सेंटर के देशभर में कई अस्पताल
टाटा कैंसर अस्पताल के अलावा भी देशभर में टाटा मेमोरियल सेंटर के कई अस्पताल हैं. टाटा कैंसर अस्पताल और इन सबमें मिलाकर हर साल इलाज के लिए करीब 120,000 नए कैंसर रोगियों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है. इनमें मुंबई का कैंसर महामारी विज्ञान केंद्र. मुंबई में ही CCE एडवांस्ड सेंटर फॉर ट्रीटमेंट, रिसर्च एंड एजुकेशन इन कैंसर सेंटर, गुवाहाटी में डॉ. भुबनेस्वर बोरूआह कैंसर संस्थान है.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय कैंसर सेंटर (एमपीएमएमसीसी) . होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (HBCH&RC), विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश होमी भाभा कैंसर अस्पताल (एचबीसीएच) होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र (एचबीसीएच एवं आरसी), मुजफ्फरपुर, बिहार जैसे सेंटर है. इन सब सेंटर में कैंसर मरीजों का इलाज किया जाता है. विश्व स्तरीय तकनीक और मशीनों से कैंसर की पहचान, जांच और ट्रीटमेंट होता है.
कोलकाता का टाटा मेडिकल सेंटर
कोलकाता का टाटा मेडिकल सेंटर देशभर में कैंसर के इलाज के लिए जाना जाता है. इस सेंटर में कैंसर मरीजों को अत्याधुनिक इलाज दिया जाता है. यहां कैंसर के लिए ऐसा ट्रीटमेंट है जैसे अमेरिका और यूरोप में है. कैंसर मरीजों के लिए क्लिनिकल हेमेटोलॉजी और सेलुलर थेरेपी,
प्लास्टिक और पुनर्निर्माण सर्जरी, रेडियो ऑन्कोलॉजी कि विश्व स्तरीय सुविधाएं मौजूद हैं. मुंबई के टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के बाद इसको टाटा ग्रुप का कैंसर का सबसे बेहतरीन अस्पटाल माना जाता है.