टूट गए नुकसान के सारे रिकॉर्ड, 10 में से 9 कंपनियों ने गंवाए 4.75 लाख करोड़
पिछले हफ्ते देश के शेयर बाजार में ईरान इजराइल के बीच का संघर्ष जबरदस्त हावी रहा. वहीं दूसरी ओर विदेशी निवेशकों ने शेयर बाजार से बिकवाली कर चीन में फंड को ट्रांसफर कर दिया है. ऐसे में देश की टॉप 10 कंपनियों में से 9 कंपनियों को मोटा नुकसान झेलना पड़ा. 9 कंपनियों के मार्केट कैप से 4.75 लाख करोड़ रुपए साफ हो गए. जिसमें सबसे बड़ा नुकसान रिलायंस इंडस्ट्रीज को हुआ. खास बात तो ये है कि ये नुकसान 2 लाख करोड़ रुपए से कुछ ही कम है. वहीं उसके बाद दूसरा नंबर एचडीएफसी बैंक का है. जिसे करीब 73 हजार करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है. ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आखिर रिलायंस इंडस्ट्रीज के मार्केट कैप को कितना बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है.
खास बात तो ये है कि देश की बड़ी आईटी कंपनियों में शुमार इंफोसिस एकमात्र ऐसी कंपनी रही जो पिछले हफ्ते इस तूफान के आगे सिर्फ डटी ही नहीं रही बल्कि फायदे में भी रही. कंपनी को भले ही मोटा फायदा ना हुआ हो, लेकिन 4600 करोड़ रुपए से ज्यादा का इजाफा जरूर देखने को मिला है. पिछले हफ्ते पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और विदेशी कोषों की सतत निकासी से बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 3,883.4 अंक या 4.53 फीसदी नीचे आया. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर टॉप कंपनियों में से किस कंपनी को कितना नुकसान हुआ है.
किस कंपनी को हुआ कितना नुकसान
देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन (मार्केट कैप) 1,88,479.36 करोड़ रुपए घटकर 18,76,718.24 करोड़ रुपए पर आ गया.
देश के सबसे बड़े प्राइवेट लेंडर एचडीएफसी बैंक की बाजार हैसियत 72,919.58 करोड़ रुपए घटकर 12,64,267.35 करोड़ रुपए रही.
देश की बड़ी लिस्टिड टेलीकॉम कंपनी भारती एयरटेल का बाजार पूंजीकरण 53,800.31 करोड़ रुपए घटकर 9,34,104.32 करोड़ रुपए पर आ गया.
देश का दूसरा सबसे बड़ा प्राइवेट लेंडर आईसीआईसीआई बैंक का मूल्यांकन 47,461.13 करोड़ रुपए घटकर 8,73,059.59 करोड़ रुपए रह गया.
देश की सबसे बड़ी इंश्योरेंस कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) का मूल्यांकन 33,490.86 करोड़ रुपए घटकर 6,14,125.65 करोड़ रुपए पर रहा.
देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर का 27,525.46 करोड़ रुपए घटकर 6,69,363.31 करोड़ रुपए पर आ गया.
देश की बड़ी कंज्यूमर कंपनी आईटीसी की बाजार हैसियत 24,139.66 करोड़ रुपए घटकर 6,29,695.06 करोड़ रुपए पर आ गई.
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार पूंजीकरण 21,690.43 करोड़ रुपए घटकर 15,37,361.57 करोड़ रुपए रह गया.
देश के सबसे बड़े सरकारी लेंडर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का मूल्यांकन 5,399.39 करोड़ रुपए घटकर 7,10,934.59 करोड़ रुपए पर आ गया.
इस रुख के उलट देश की बड़ी आईटी कंपनियों में शुमार इन्फोसिस का बाजार मूल्यांकन 4,629.64 करोड़ रुपए बढ़कर 7,96,527.08 करोड़ रुपए पर पहुंच गया.