ट्रंप को लेकर टेंशन में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की! अमेरिका में किसकी सरकार चाहते हैं पुतिन?
अमेरिका और रूस की दुश्मनी किसी से छिपी नहीं है, लेकिन रूस के विदेश मंत्री के ताजा बयान से लगता है कि दोनों देशों के बीच दूरियों को पाटने की उम्मीद अभी बाकी है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने बुधवार को कहा कि रूस किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ काम करने के लिए तैयार है. सर्गेई की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप रूसी राष्ट्रपति पुतिन की तारीफ कर चुके हैं. दूसरी तरफ, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के जो बाइडेन को मुफीद बताया जा रहा है, क्योंकि ट्रंप यूक्रेन की मदद रोकने की बात बार-बार करते हैं.
संयुक्त राष्ट्र की प्रेस ब्रीफिंग में रूस के विदेश मंत्री सर्गेई ने कहा कि “हम किसी भी अमेरिकी नेता के साथ काम करेंगे, जिसे अमेरिकी लोग चुनते हैं. जो समान, पारस्परिक रूप से सम्मानजनक बातचीत में शामिल होने के लिए तैयार होगा.” रूस के विदेश मंत्री ने ये टिप्पणी मॉस्को और वाशिंगटन के बीच संबंधों के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में की है.
ट्रंप का रूस के लिए नरम रुख
रिपब्लिकन उम्मीदवार और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर वह फिर से राष्ट्रपति बनते हैं, तो यूक्रेन युद्ध 24 घंटे में रुकवा सकते हैं. डेमोक्रेट्स द्वारा ट्रंप पर रूस के लिए नरम रुख रखने का आरोप लगता रहा है. उन्होंने अक्सर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की प्रशंसा की है, जिन्हें बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर युद्ध अपराधों बताया है.
सर्गेई लावरोव ने कहा, “हमने राष्ट्रपति ट्रंप के साथ काम किया है. ट्रंप के सत्ता में रहने के दौरान मॉस्को पर बार-बार अमेरिकी प्रतिबंध लगाए गए थे. हालांकि, उस समय हमारे और वाशिंगटन के बीच उच्चतम स्तर पर बातचीत चल रही थी. अभी, ऐसी कोई बातचीत नहीं है.”
ट्रंप के साथी सीनेटर जे.डी. वेंस, जो यूक्रेन को अमेरिकी सहायता के खिलाफ हैं, उनके बारे में पूछे जाने पर, लावरोव ने जे.डी की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, “वे शांति के पक्ष में हैं, जो सहायता प्रदान की जा रही है, उसको रोकना चाहिए. क्योंकि ये युद्ध को बढ़ावा दे रहा है. यूक्रेन को हथियार देना बंद करें और फिर युद्ध खत्म हो जाएगा.”
नाटो समिट में यूक्रेन को मदद
वाशिंगटन में कुछ दिन पहले हुए नाटो समिट में रूस के आक्रमण के खिलाफ अमेरिका और साथी देशों ने रूस के खिलाफ मोर्चा बनाने की बात कही है. इसके अलावा रूस को आर्थिक और सैन्य मदद पर कई निर्णय लिए गए है. अमेरिका और पश्चिमी देशों के इन कदमों के बाद रूस यूक्रेन युद्ध और लंबा खिचने की संभावनाएं बढ़ गई हैं.
ट्रंप का सत्ता में आना यूक्रेन के लिए नुकसानदायक
ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान कई बार यूक्रेन को दी जाने वाली अमेरिकी एड की मुखालफत की है. यूक्रेन रूस से अमेरिका और उसके अलायंस से मिलने वाली मदद के सहारे लड़ रहा है. आगामी चुनाव में अगर ट्रंप की जीत होती है तो यूक्रेन को दी जाने वाली मदद में खासा गिरावट आ सकती है, जिसके बाद यूक्रेन का जंग के मैदान में ज्यादा समय तक टिके रहने मुश्किल हो जाएगा.