तपती गर्मी के बीच घमौरियों ने भी कर रखा है परेशान, ये घरेलू नुस्खे आएंगे काम
उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में तापमान 45 डिग्री से ऊपर बना हुआ है. राजधानी दिल्ली में ये टेंपरेचर 50 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया. तेज धूप, चिलचिलाती गर्मी और लू का आतंक बढ़ा हुआ है और इस कारण कई जगहों पर रेड अलर्ट तक जारी कर दिया गया है. तपती गर्मी में पसीना और दुर्गंध का आना कॉमन है. लेकिन दिक्कत तब और बढ़ जाती है जब शरीर पर घमौरियां हो जाएं. इनके होने पर त्वचा में खुजली और जलन बनी रहती है. घमौरियों के कारण स्किन पर काटे जैसी चुभन का एहसास होता है. ये बच्चों में ज्यादा होती है लेकिन बड़े भी इससे बच नहीं पाते हैं.
कभी सोचा है कि आखिर घमौरियां होती क्यों हैं? या इनसे राहत पाने के लिए किन घरेलू उपायों को अपनाया जा सकता है. यहां हम आपको घमौरियों से छुटकारा पाने के कुछ कारगर होम रेमेडीज बताने जा रहे हैं. जानें…
क्यों होती हैं घमौरियां?
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के स्किन डिपार्टमेंट के पूर्व डॉक्टर भावुक धीर का कहना है कि ज्यादा गर्मी पड़ने पर शरीर से पसीना भी ज्यादा निकलता है. जब ये पीठ, अंडरआर्म्स या गर्दन पर आता है तो कई बार हवा के साथ सूखता नहीं है और त्वचा पर ही जमने लगता है. इस कारण स्किन पर बैक्टीरिया आ जाते हैं जिससे रेड रेशैज हो जाते हैं. जिन्हें आम भाषा में घमौरियां कहा जाता है. अगर ये हो जाए तो कभी-कभी इन्हें सहन करना भी मुश्किल हो जाता है.
घमौरियों के लिए घरेलू उपाय । Prickly heat reduce home remedies
एलोवेरा जेल लगाएं
गर्मी में घमौरियों का होना आम है लेकिन इनकी वजह से प्रभावित इंसान काम में फोकस तक नहीं कर पाता है. बच्चों की स्किन सॉफ्ट होती है इसलिए वे इसकी चपेट में ज्यादा आते हैं. वैसे बड़े भी इससे बच नहीं पाते हैं. लेकिन एलोवेरा जेल जैसी चीजों का इस्तेमाल करके इससे छुटकारा मिल सकता है. पीठ या दूसरे हिस्सों पर आप सीधे एलोवेरा को लगाकर राहत पा सकते हैं. एलोवेरा को धोकर इसका गुद्दा कटोरी में निकाल लें और इसे हल्के हाथों से स्किन पर अप्लाई करें. इस पत्ते में एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं जिनके कारण स्किन नेचुरली रिपेयर हो पाती है.
नीम की पत्तियां
औषधीय गुणों वाले नीम के पत्ते को फोड़े-फुंसी का बेहतर या कारगर इलाज माना जाता है. एंटीबैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज वाली नीम की पत्तियों में कूलिंग इफेक्ट भी होते हैं. गर्मी में घमौरियों का इससे इलाज करने के लिए आप इसके पेस्ट को प्रभावित त्वचा पर लगा सकते हैं. रात में सोने से पहले ऐसा करना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि हमारे सोने के बाद स्किन तेजी से हील करती है. वैसे आप नहाने से पहले भी इस पेस्ट को लगा सकते हैं पर कम से कम 15 मिनट तक इसे सूखने दें.
चंदन का पाउडर
स्किन को ठंडक पहुंचाने वाला चंदन का पाउडर त्वचा की देखभाल में मददगार साबित होता है. ये घमौरियों को कम करके त्वचा में देर तक ठंडक को बनाए रखता है. वैसे फेस को ग्लोइंग बनाने वाला लंबे समय से स्किन केयर में इस्तेमाल किया जा रहा है. मार्केट में कई ऐसे प्रोडक्ट्स मिल जाते हैं जिनमें चंदन का इस्तेमाल किया जाता है. आयुर्वेद में भी चंदन को स्किन केयर में बेस्ट माना गया है. आपको बस चंदन पाउडर और गुलाब जल से बने पेस्ट के जरिए घमौरियों का इलाज करना है.
मुल्तानी मिट्टी का नुस्खा
आप चाहे तो स्किन की इस प्रॉब्लम से छुटकारा पाने के लिए मुल्तानी मिट्टी की मदद भी ले सकते हैं. ये भी ठंडक पहुंचाने और स्किन को रिपेयर करने में काम आती है. वैसे गर्मी में स्किन की देखभाल से लिए मुल्तानी मिट्टी एक बेस्ट ब्यूटी केयर प्रोडक्ट है. स्किन की खोई चमक और सॉफ्टनेस को आप इसके जरिए वापस पा सकते हैं.
साफ-सफाई का ध्यान
घमौरियों को कम करने या खत्म करने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखना चाहिए. गर्मी और गंदगी के कारण ये पसीना त्वचा से निकल नहीं पाता है जिसके कारण घमौरियां हो जाती है. इसलिए गर्मी में कम से कम दो बार नहाएं और इस पानी में नीम, तुलसी या एलोवेरा जेल को डालकर बाथ लें.