तिरुप्पुर में लेफ्ट के सुब्बारायण का फिर कब्जा, AIADMK के अरुणाचलम को 1 लाख मत से दी मात, जानें सांसद के बारे में सबकुछ
तमिलनाडु की 39 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक तिरुप्पुर संसदीय सीट पर साल 2024 के आम चुनाव में भी भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कब्जा कर लिया है. सीपीआई के सांसद के. सुब्बारायण को यहां सबसे अधिक 4,72,739 वोट मिले थे. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एआईएडीएमके प्रत्याशी पी. अरुणाचलम को 1 लाख 25 हजार वोटों से मात दे दी थी. पी. अरुणाचलम को 3,46,811 वोट मिले थे. तिरुप्पुर संसदीय सीट पर 2024 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार तीसरे नंबर थे. बीजेपी प्रत्याशी मुरुगानंदम को 1,85,322 वोट मिले थे. इस साल इस सीट पर कुल 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे जिनके बीच के. सुब्बारायण ने फतह हासिल की.
तिरुप्पुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का पुर्नगठन साल 2008 में हुआ था. सबसे पहले यहां साल 1951 में लोकसभा का चुनाव कराया गया तो कांग्रेस पार्टी के टीएस. अविनाशीलिंगम ने जीत दर्ज की थी लेकिन पुर्नगठन के पश्चात् साल 2009 और 2014 के आम चुनावों में इस सीट पर एआईएडीएमके ने कब्जा कर लिया था.
दो बार से के. सुब्बारायण का कब्जा
पिछले दो आम चुनावों में यहां सीपीआई ने जीत दर्ज की है. 2024 से पहले साल 2019 के आम चुनाव में भी के. सुब्बारायण को जीत मिली थी. के. सुब्बारायण का जन्म 10 अगस्त, 1947 को हुआ था. तिरुप्पुर उनका गृहनगर है. वो 1984 से 89 और 1996 से 2001 के बीच तिरुप्पुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए थे.
सांसद की कितनी संपत्ति?
के.सुब्बारायण मजदूरों के हक की आवाज बुलंद करने के लिए जाने जाते रहे हैं. साल 2024 के लोकसभा चुनाव में प्रस्तुत किए गए हलफनामे के मुताबिक के.सुब्बारायण की कुल संपत्ति 1 करोड़ थी. हलफनामे में उनके ऊपर 1.50 लाख की देनदारी है. के. सुब्बारायण ने घोषित किया है कि उनके पास उस वक्त तक 8000 की नगदी थी, और उनकी पत्नी के पास 3000 रुपये. यानी कुल मिलाकर परिवार में 11 हजार की नगदी थी.
हलफनामे के मुताबिक के. सुब्बारायण के पास 5 लाख 17 हजार के आभूषण थे, उनके पास ना तो खेती की कोई जमीन नहीं है और ना ही व्यावसायिक भवन. हालांकि उन्होंने ये बताया है कि उनके पास गैर-कृषि योग्य 19 लाख की कीमत की भूमि है और 75 लाख की कीमत का आवासीय भवन है. के. सुब्बारायण के खिलाफ एक केस भी दर्ज है लेकिन उन्हें कोई सजा नहीं हुई थी.