तीन शैतानों का साया बताकर बच्ची को पटकती रही, हथेलियां जलाईं… महिला तांत्रिक ने ऐसे ली मासूम की जान
उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में तीन साल की बच्ची की महिला तांत्रिक ने जान ले ली. बीमार बच्ची को इलाज के लिए महिला तांत्रिक के पास लाया गया था. इलाज के नाम पर महिला तांत्रिक ने कहा कि बच्ची के सिर पर तीन शैतानों का साया है. उन्हें निकालने के लिए वह बच्ची को जोर-जोर से पटकने लगी. यहां तक कि उसकी दोनों हथेलियां भी महिला तांत्रिक ने जला दीं. इससे बच्ची की मौत हो गई.
बच्ची बच सकती थी. लेकिन परिजनों ने भी लापरवाही बरती. जब बच्ची को सर्दी जुखाम हुआ तो वो उसे डॉक्टर के पास ले जाने के बजाय महिला तांत्रिक के पास ले गए. महिला तांत्रिक ने झाड़फूंक किया तो बच्ची की तबीयत और खराब हो गई. इससे उसकी मौत हो गई. मामला रमियाबेहड़ के मिझरिया गांव का है. संदीप की 3 साल की बेटी माही को बुखार हो गया था. उसे बीच-बीच में झटके भी लग रहे थे.
इसका उन्होंने डॉक्टरों के पास इलाज करवाया. लेकिन कोई फर्क नहीं पड़ा. तब उन्हें सलाह दी गई कि बच्ची को बड़े अस्पताल लेकर जाओ. लेकिन परिजनों ने कहीं से एक महिला तांत्रिक के बारे में सुन रखा था. वो बच्ची को बड़े अस्पताल न ले जाकर महिला तांत्रिक के पास ले गए.
1500 रुपये भी लिए
आरोप है कि यहां महिला तांत्रिक ने माही के सिर पर तीन शैतानों का साया बताकर तंत्रमंत्र से ठीक करने का दावा किया. उसने 1500 रुपये भी लिए थे. परिजनों के मुताबिक तांत्रिक महिला ने पहले माही को पीटा, सुलगते कंडे से उसकी दोनों हथेलियां जलाईं. फिर उसे कई बार तख्त पर पटका. प्रताड़ना से माही की हालत बिगड़ गई. इसके बाद परिजनों ने गंभीर हालत में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया. हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने लखनऊ रेफर कर दिया. मगर, आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से परिजन माही को घर ले आए.
पुलिस वालों ने की मदद
जानकारी पर रमियाबेहड़ के एसआई वीरेंद्र सिंह ने साथी पुलिसकर्मियों से चंदा एकत्र कर उसे उपचार के लिए लखनऊ भिजवाया. यहां डॉक्टर ने ऑपरेशन करने की बात कही. पुलिसकर्मियों की ओर से मिली सहयोग राशि जांच और दवा में ही खर्च होने के बाद परिजन फिर बच्ची को घर ले आए. रविवार सुबह माही ने दुनिया को अलविदा कह दिया. माही की मौत होने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. परिजनों ने महिला तांत्रिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.