तेज़ गर्मी के बाद हुई बारिश से बढ़ गया इन बीमारियों का ख़तरा, ये लक्षण दिखें तो तुरंत करा लें इलाज
कई महीनों की भीषण गर्मी के बाद देश में मानसून ने दस्तक दे दी है. बारिश के साथ ही लोगों को लू और तेज गर्मी से राहत मिली है, लेकिन ये राहत वाली बारिश अपने साथ कई बीमारियों को लेकर भी आती है. बरसात का मौसम शुरू होने के बाद से ही कुछ बीमारियां तेजी से पांव पसारती हैं और अगर समय पर इनका सही इलाज न हो तो ये जानलेवा साबित हो सकती हैं. आइए डॉक्टरों से जानते हैं कि इस मौसम में किन बीमारियों का खतरा रहता है. इनके लक्षण क्या हैं और बचाव कैसे किया जा सकता है.
डॉक्टरों के मुताबिक, बारिश के मौसम में वातावरण में नमी आ जाती है. इस कारण बैक्टीरिया और वायरस पनपते हैं. कई तरह के ये वायरस और बैक्टीरिया बीमारियों का कारण बनते हैं. वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण से होने वाली कई बीमारियां इस मौसम में बढ़ जाती हैं और ये बच्चों से लेकर बुजुर्गों सभी को शिकार बनाती हैं.
किन बीमारियों का रहता है खतरा?
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग के एचओडी प्रोफेसर डॉ. एलएच घोटेकर बताते हैं कि बारिश के मौसम में टाइफाइड, डायरिया, वायरल बुखार, डेंगू और मलेरिया का खतरा सबसे ज्यादा होता है. इनमें टाइफाइड खराब भोजन और पानी के कारण होता है. यह बुखार बारिश के मौसम में इसलिए बढ़ता है क्योंकि टाइफाइ़ड को फैलाने वाला बैक्टीरिया काफी एक्टिव हो जाता है. अगर कोई व्यक्ति दूषित भोजन करता है या पानी पीता है तो यह बैक्टीरिया उसके शरीर में चला जाता है और टाइफाइड का कारण बनता है.
डॉ. घोटेकर बताते हैं कि इस मौसम में डायरिया का रिस्क भी रहता है. यह भी खराब पानी और भोजन के कारण होता है. इस वजह से उल्टी और दस्त की समस्या हो जाती है. कुछ बैक्टीरिया वायरल बुखार भी करते हैं. ऐसे में इस सीजन में फ्लू का रिस्क रहता है.
डेंगू और मलेरिया का रिस्क सबसे ज्यादा
इस मौसम में सबसे ज्यादा खतरा डेंगू और मलेरिया का होता है. ये दोनों बीमारियां मच्छर के काटने से होती हैं और बारिश के मौसम में जमा पानी में यह मच्छर पनपते हैं. इनके काटने से डेंगू और मलेरिया की बीमारी होती है. अगर इन डिजीज का समय पर ट्रीटमेंट नहीं होता है तो ये जानलेवा भी साबित हो सकती है.
कमजोर इम्यूनिटी वालों का खतरा
दिल्ली में वरिष्ठ फिजिशियन डॉ अजय कुमार बताते हैं कि बारिश के मौसम में होने वाली बीमारियों का सबसे ज्यादा खतरा कमजोर इम्यूनिटी वालों को रहता है. यह लोग वायरस और बैक्टीरिया की चपेट में आसानी से आ जाते हैं. ऐसे में इन लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
कैसे दिखते हैं लक्षण
तेज बुखार
सिर में दर्द
सांस लेने में परेशानी
उल्टी- दस्त
मांसपेशियों में दर्द
बारिश में होने वाली बीमारियों से बचाव कैसे करें
मच्छरों के पनपने से रोकने के लिए घर के आसपास और घर में कहीं भी पानी जमा न होने दें
खानपान का खास ध्यान रखें और फास्ट फूड खाने से बचें
साफ और उबला हुआ पानी पिएं
साफ-सफाई का ध्यान रखें और हाथों को धोते रहें