तेज बुखार में बच्चों को Paracetamol टैबलेट देनी चाहिए या नहीं? क्या हैं इसके नुकसान, एक्सपर्ट्स से जानें

इस समय डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, फ्लू और वायरल बुखार का सीजन चल रहा है. बड़ी संख्या में लोग इनका शिकार हो रहे हैं. इन सभी बीमारियों की शुरुआत बुखार के साथ होती है. बुजुर्गों से लेकर छोटे बच्चे भी बुखार की चपेट में आ रहे हैं. अधिकतर लोग बुखार होने पर पैरासिटामोल की दवा खा लेते हैं. इससे आराम भी लग जाता है. परिवार में कुछ लोग छोटे बच्चों को बुखार होने पर भी यही दवा दे देते हैं,लेकिन क्या बच्चों को पैरासिटामोल देनी चाहिए? खासतौर पर जिनकी उम्र 10 साल से कम है उनको यह दवा देना ठीक है? इस बारे में जानते हैं.
नेशनल हेल्थ सर्विस ( NHS) के मुताबिक, 10 साल से छोटे बच्चों को उनकी उम्र और वजन के आधार पर बुखार की दवा देनी चाहिए. बुखार होने पर तुरंत कोई मेडिसन देने से बचना चाहिए. अगर बच्चे का बुखार 100 से 102 डिग्री के आसपास है तो बच्चे के बुखार को कम करने के लिए गुनगुने पानी की स्पंजिंग करें. इसके लिए बच्चे के माथे, गर्दन और छाती को सूती कपड़े की मदद से धीरे-धीरे रगड़ सकते हैं. इससे शरीर के तापामन को कम करने में मदद मिल सकती है. अगर इस तरीके से आराम नहीं मिल रहा है तब कोई दवा देनी चाहिए.
क्या बुखार में देनी चाहिए पैरासिटामोल
एम्स नई दिल्ली में पीडियाट्रिक विभाग में डॉ राकेश कुमार बताते हैं कि बच्चे को पैरासिटामोल टैबलेट की जगह सिरप दें तो ज्यादा बेहतर है. 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए 120 मिलीग्राम पेरासिटामोल सिरप होता है. 6+ यानी 6 साल से ज्यादा आयु वाले बच्चों को 250 मिलीग्राम पेरासिटामोल सिरप देना चाहिए. 8 से 9 वर्ष के लिए 7.5 मि.ली. की खुराक का सिरप देना चाहिए.
कोई भी सिरप की डोज 24 घंटे में अधिकतम 4 बार से ज्यादा न दें .अगर एक या दो खुराक के बाद भी अगर बच्चे तापमान अधिक रहता है, तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें. कभी भी घर पर ही बच्चों को 3 से अधिक खुराक न दें. ऐसा इसलिए क्योंकि इतनी खुराक में आराम लग जाता है. अगर नहीं लग रहा तो ये किसी इंफेक्शन का वायरस का संकेत हो सकता है. ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है.
डॉ कुमार के मुताबिक, कभी भी 10 साल से कम उम्र के किसी भी बच्चे को पैरासिटामोल की 500 एमजी की दवा न दें. बच्चों को हमेशा सिरप ही दें वो भी उनकी उम्र और निर्धारित डोज के हिसाब से ही देना चाहिए. अगर आप तेज बुखार में 10 साल से छोटे बच्चे को पैरासिटामोल की 500 एमजी की दवा देते हैं तो इससे नुकसान हो सकता है.
बच्चे में कितना तापमान होता है नॉर्मल
बिहार में पीडियाट्रिशियन डॉ अरुण शाह बताते हैं कि बच्चों का तापमान अगर 99 F तक हैं तो कोई दिक्कत नहीं है. बच्चे के शरीर का इतना गर्म होना सामान्य बात है. इतने बुखार में घबराने की बात नहीं होती है बच्चे को 100 से ज्यादा बुखार हो तो स्पंजिंग करें. अगर बुखार 102 या इससे ज्यादा बढ़ रहा है तो पैरासिटामोल का सिरप दें.
कैसे दें सिरप
सिरप को कम से कम 10 सेकंड के लिए अच्छी तरह से हिलाएं और दवा के साथ आने वाली प्लास्टिक सिरिंज या चम्मच का उपयोग करके सही मात्रा मापें. यदि आपके पास सिरिंज या चम्मच नहीं है, तो अपने फार्मासिस्ट से एक सिरिंज या चम्मच खरीद कर ले आएं. रसोई के चम्मच का उपयोग न करें क्योंकि यह सही मात्रा नहीं मापेगा.
डॉ शाह के मुताबिक, कभी भी किसी भी सिरप की ओवरडोज न दें. अगर आराम नहीं मिल रहा है तो बिना वजह डोज बढ़ाने से बचें और इस मामले में डॉक्टर से सलाह लें. कभी भी खुद से अपने बच्चे का इलाज करने की कोशिश न करें.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *