तो क्या इसलिए खामोश है ईरान? बड़ा जख्म देने से पहले इजराइल को ट्रैप कर रहे उसके गुर्गे!

मिडिल ईस्ट में तनाव अपने चरम पर है, ईरान के हमले की आशंका के चलते इजराइल और अमेरिका भी अलर्ट हैं. लेकिन ये हमला कब होगा इसे लेकर महज़ कयास ही लगाए जा रहे हैं.
हमास नेता इस्माइल हानिया और हिजबुल्लाह कमांडर फुवाद शुकर की हत्या के बाद से ईरान और उसके प्रॉक्सी संगठन ज्यादा आक्रामक नज़र आ रहे हैं. माना जा रहा है कि ईरान बड़े पैमाने पर इजराइल पर अटैक की तैयारी कर रहा है. अमेरिका और उसके सहयोगी लगातार उसे मनाने की कोशिश में जुटे हैं कि ईरान को ऐसा करने से रोका जाए.
ईरान खामोश लेकिन गुर्गों ने मचाया गदर
इन सबके बीच ईरान अब तक भले ही खामोश हो लेकिन उसके प्रॉक्सी गुटों ने इजराइल को टारगेट करना शुरू कर दिया है. 31 जुलाई के बाद से हिजबुल्लाह ने इजराइल पर हमले तेज़ कर दिए हैं, खास बात यह है कि ईरान समर्थित यह संगठन इजराइल की मिलिट्री साइट्स को निशाना बना रहा है.
अल जजीरा ने इजरायली मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए बताया है कि बुधवार सुबह हिजबुल्लाह ने इजराइल के कब्जे वाले मिरोन शहर पर दर्जनों रॉकेट दागे हैं. वहीं मंगलवार देर रात इसने इजराइल के माउंट नेरिया बेस को निशाना बनाया, जो इजराइल के गोलानी ब्रिगेड बलों के बटालियन का मुख्यालय है. इसके बाद हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजराइल के मेरोन बेस पर भी 20 से अधिक रॉकेट दागे.
हिजबुल्लाह के निशाने पर इजराइली सेना!
दरअसल बीते कुछ दिनों से हिजबुल्लाह लगातार इजराइल के सैन्य अड्डे को निशाना बना रहा है, सोमवार को भी हिजबुल्लाह ने दक्षिणी लेबनान से इजराइल पर करीब 30 रॉकेट से दागे थे, इससे पहले शनिवार को हिजबुल्लाह ने 24 घंटे के अंदर इजराइल पर 10 हमले किए. इसके अलावा अल जजीरा की रिपोर्ट के मुताबिक हिजबुल्लाह ने रविवार को इजराइल के मट्टत में एक सैन्य चौकी को टारगेट कर सीधा निशाना बनाने का दावा किया था. बताया जा रहा है कि इन हमलों में इजराइल के सबसे बड़े और मजबूत सुरक्षा कवच आयरन डोम को नुकसान पहुंचा है.
हमास ने तेल अवीव पर दागी मिसाइल
वहीं इस बीच हमास ने भी इजराइल को घेरना शुरू कर दिया है, हमास की अल कसाम ब्रिगेड ने मई के बाद पहली बार तेल अवीव पर सीधा अटैक किया है. मंगलवार को हमास ने गाजा की ओर से इजराइल पर M90 मिसाइलों से अटैक किया, इसे लेकर इजराइली सेना ने दावा किया है कि रॉकेट तेल अवीव के पास समुद्री क्षेत्र में गिरा है.
हिजबुल्लाह और हमास के इन हमलों से सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह इजराइल को घेरने की रणनीति का हिस्सा है? क्या ईरान के हमले से पहले उसके प्रॉक्सी इजराइल को कमजोर करना चाहते हैं? या फिर ये सब इजराइली सेना का ध्यान ईरान की ओर से भटकाने की कोशिश है?

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *