दिल्ली को दहलाने की तैयारी में था रिजवान, पूछताछ में ISIS आतंकी ने किए ये खुलासे
दिल्ली से गिरफ्तार ISIS आतंकी रिजवान अली ने बड़ा खुलासा किया है. उसने पूछताछ में बताया है कि वह दिल्ली में ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था. उसने बताया कि दिल्ली लौटने के बाद जामिया और ओखला इलाके में यमुना के तटीय इलाकों में कंट्रोल ब्लास्ट किए थे. पुणे मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद वह दिल्ली में नए मॉड्यूल को तैयार करने में जुटा था.
रिजवान अली आतंक के कमांडर फरतुल्लाह गोरी के सीधे संपर्क में था. पुणे में रिजवान ने कंट्रोल IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी. पुणे पुलिस के शिकंजे से निकलने के बाद रिजवान महाराष्ट्र और गुजरात के अलग-अलग शहरों में छिपा. फरारी के दौरान भी रिजवान फरतुल्लाह गोरी के संपर्क में था. ISIS मॉड्यूल के इस आतंकी को दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था.
3 लाख का इनामी आतंकी था रिजवान
दिल्ली पुलिस के स्पेश सेल के अधिकारी ने बताया कि रिजवान को रात करीब 11 बजे बायोडायवर्सिटी पार्क के पास गंगा बक्श मार्ग से पकड़ा गया. उसके पास से कई हथियार बरामद किए गए. पुलिस ने रिजवान के पास से एक पिस्टल और 3 जिंदा कारतूस और दो सेलफोन बरामद किए. रिजवान दिल्ली के दरियागंज का रहने वाला है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने उसके ऊपर 3 लाख रुपए का इनाम रखा था.
रिजवान NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल था. दिल्ली पुलिस ने एनआईए ने अली की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था. पुणे पुलिस की हिरासत से भागने के बाद से वह पकड़ से बचता रहा था. मगर दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को उसे दबोच लिया.
कौन है ISIS का आतंकी रिजवान अली?
साल 2015-16 में रिजवान अली ने सोशल मीडिया के जरिए कट्टरपंथी विचारधारा की ओर रुख किया.
2017 में दिल्ली के शाहीन बाग में उसकी मुलाकात झारखंड के एक छात्र शाहनवाज से हुई. दोनों हिजरत के लिए धन इकट्ठा करना चाहते हैं. बाद में शाहनवाज अपराध की दुनिया में कदम रख लिया.
2018 में रिजवान सोशल मीडिया के जरिए आईएस हैंडलर के संपर्क में आया और आतंकी हमलों की योजना बनाई.
वहीं, 2022 में रिजवान और शाहनवाज ने इमरान और यूनुस साकी से मुलाकात की. दोनों ने IED के लिए धन जमा करना शुरू कर दिया. बाद में शाहनवाज को गिरफ्तार कर लिया गया है. मगर रिजवान लगातार पुलिस को चकमा देने में कामयाब रहा.