दिल्ली से चेन्नई तक कितने हुए प्रॉपर्टी के दाम, 3 महीने में हुआ कितना इजाफा?

भले ही आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती ना की हो, जिसकी वजह से होम लोन की दरें हाई बनी हुई हैं, उसके बाद भी प्रॉपर्टी की डिमांड और कीमतों में इजाफा लगातार देखने को मिल रहा है. पहली तिमाही में दिल्ली से चेन्नई तक तक प्रॉपर्टी की कीमतों में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला है. सबसे ज्यादा बढ़ोतरी दिल्ली-एनसीआर में देखने को मिले हैं. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर देश के प्रमुख शहरों में रियल एस्टेट प्रॉपर्टी के कितने दाम बढ़े हैं?
औसतन 12 फीसदी का इजाफा
अप्रैल-जून तिमाही में देश के आठ प्रमुख शहरों में औसत आवास कीमतों में सालाना आधार पर 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई. इस दौरान दिल्ली-एनसीआर में घरों के दाम सबसे ज्यादा 30 प्रतिशत बढ़े हैं. रियल्टी कंपनियों के निकाय क्रेडाई, संपत्ति सलाहकार कोलियर्स और डाटा विश्लेषण कंपनी लियासेस फोरास ने घरों की कीमतों की निगरानी करने वाली दूसरी तिमाही की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है. वार्षिक आधार पर, जून तिमाही के अंत में आठ प्रमुख शहरों में औसत आवास कीमतों में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
दिल्ली एनसीआर में सबसे ज्यादा इजाफा
दिलचस्प बात यह है कि समीक्षाधीन आठ में से सात शहरों में वार्षिक मूल्यवृद्धि देखी गई, जिसमें दिल्ली-एनसीआर में साल दर साल सबसे अधिक 30 प्रतिशत की कीमत वृद्धि हुई. क्रेडाई के अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा कि पिछली कुछ तिमाहियों में रियल एस्टेट क्षेत्र में तेजी देखी गई है, जिसकी पुष्टि शीर्ष आठ शहरों में लेनदेन की मात्रा के साथ-साथ आवास के प्रति प्रचलित सकारात्मक भावनाओं से होती है. आवास कीमतों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ा है – यह न केवल अंतर्निहित मांग को दर्शाता है, बल्कि एक पसंदीदा परिसंपत्ति वर्ग के रूप में रियल एस्टेट की ओर निश्चित बदलाव को भी दर्शाता है.
किस शहर में कितना इजाफा

अहमदाबाद में आवास कीमतें अप्रैल-जून, 2024 में 13 प्रतिशत बढ़कर 7,335 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो एक साल पहले की समान अवधि में 6,507 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं.
बेंगलुरू में यह 8,688 रुपये प्रति वर्ग फुट से 28 प्रतिशत बढ़कर 11,161 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई.
चेन्नई में कीमतें 7,690 रुपये प्रति वर्ग फुट पर स्थिर रहीं. इसका मतलब है कि इस शहर में कीमतों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है.
दिल्ली-एनसीआर में कीमतों में अधिकतम 30 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. यह 8,652 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 11,279 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई.
हैदराबाद में आवास कीमतें 10,530 रुपये प्रति वर्ग फुट से सात प्रतिशत बढ़कर 11,290 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गई.
कोलकाता में दरें 7,315 रुपये से छह प्रतिशत बढ़कर 7,745 रुपये प्रति वर्ग फुट पर पहुंच गईं.
मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में आवास कीमतें 19,111 रुपये प्रति वर्ग फुट से छह प्रतिशत बढ़कर 20,275 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं.
पुणे में, आवासीय संपत्तियों की कीमतें अप्रैल-जून, 2024 में 13 प्रतिशत बढ़ीं. यह 9,656 रुपये प्रति वर्ग फुट रहीं. एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 8,540 रुपये प्रति वर्ग फुट था.

डिमांड में लगातार हो रहा है इजाफा
लियासेस फोरास के मैनेजिंग डायरेक्र पंकज कपूर ने कहा कि कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद भारत के शहरों में बिक्री में वृद्धि जारी है. कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) बादल याग्निक ने कहा कि पिछली कुछ तिमाहियों में घरों की मांग लगातार अच्छी बनी हुई है. साथ ही, स्थिर ब्याज दर और हाल ही में सकारात्मक बजटीय घोषणाओं ने देश के आवास बाजार को मजबूती दी है. उन्हें यह पूरा साल आवास बाजार के लिए अच्छा रहने की उम्मीद है.

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