दुनिया में भारत की सबसे अधिक ग्रोथ प्रोजेक्शन, IMF ने जारी की रिपोर्ट

इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड से भारत की ग्रोथ और इकोनॉमी को लेकर बड़ी खबर आई है. आईएमएफ ने अपने इकोनॉमिक आउटलुक में मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की ग्रोथ के अपने पुराने अनुमान में इजाफा कर 7 फीसदी कर दिया है. जोकि दुनिया में सबसे ज्यादा है. वास्तव में भारत के ग्रामीण इलाकों में निजी खपत में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. जिसका असर देश की इकोनॉमी में साफ देखने को मिल रहा है. इससे पहले आईएमएफ ने अप्रैल में भारत की जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.8 फीसदी कर दिया था. वहीं दूसरी ओर आरबीआई ने जून में अपने अनुमान को 7 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 फीसदी का कर दिया है.
कितनी रह सकती है भारत की ग्रोथ
आईएमएफ की डिप्टी एमडी गीता गोपीनाथ एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2024 की अंतिम तिमाही में भारत की जीडीपी वार्षिक आधार पर 7.8 फीसदी दर से बढ़ी. इसके अलावा, केंद्र ने वित्त वर्ष 2024 की ओवरऑल ग्रोथ रेट के अनुमान को बढ़ाकर 8.2 फीसदी दिया. कुल मिलाकर, आईएमएफ ने मंगलवार को कहा कि उसे अभी भी उम्मीद है कि ग्लोबल इकोनॉमी इस साल 3.2 फीसदी की धीमी गति से बढ़ेगी. आईएमएफ ने इसके अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है. खास बात तो ये है कि से अनुमान साल 2023 में 3.3 फीसदी की ग्रोथ से कम है. 2000 से 2019 तक, महामारी से पहले आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि के कारण, ग्लोबल ग्रोथ रेट दर प्रति वर्ष औसतन 3.8 फीसदी रही.

New WEO update: Growth in India & China will account for almost half of global growth in 2024. Growth in major advanced economies is more aligned: euro area growth picks up as the US shows signs of cooling after a strong year. Read here: pic.twitter.com/IyjWgBFv68
— Gita Gopinath (@GitaGopinath) July 16, 2024

फोकस में भारत और चीन
दुनिया के 190 देशों को कर्ज देने वाला वैश्विक संगठन मुद्रा कोष आर्थिक विकास और वित्तीय स्थिरता को बढ़ावा देने तथा वैश्विक गरीबी को कम करने के लिए काम करता है. वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक के ताजा आंकड़े के साथ आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरींचस ने लिखा है कि इस साल ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ में चीन और भारत की हिस्सेदारी लगभग आधी होगी. इसका कारण 2024 की शुरुआत में चीनी निर्यात में वृद्धि है. आईएमएफ ने इस साल चीन के लिए अपने वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 5.0 प्रतिशत कर दिया है. जबकि अप्रैल में यह 4.6 प्रतिशत था. हालांकि, यह 2023 के 5.2 प्रतिशत से कम है.
भारत नंबर 1
ताजा अनुमान के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि दर अब 7 प्रतिशत रहने की उम्मीद है. यह अप्रैल में अनुमानित 6.8 प्रतिशत से अधिक है. इसका एक कारण ग्रामीण क्षेत्रों में मजबूत उपभोक्ता खर्च है. वहीं अमेरिका के मामले में इस साल के लिए वृद्धि दर अनुमान को घटाकर 2.6 प्रतिशत कर दिया गया जबकि अप्रैल में इसके 2.7 प्रतिशत रहने की संभावना जतायी गयी थी. इसी तरह, जापान के लिए आर्थिक वृद्धि अनुमान को 0.9 प्रतिशत से घटाकर 0.7 प्रतिशत कर दिया गया है. मुद्रा कोष ने यूरो मुद्रा साझा करने वाले 20 देशों के लिए अपने 2024 के वृद्धि अनुमान को बढ़ाकर 0.9 प्रतिशत कर दिया. बीते साल यूरो क्षेत्र की वृद्धि दर 0.5 प्रतिशत रही थी.

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