दुर्गा पूजा पर बांग्लादेश ने दिखाया रंग! मंदिर से मुकुट चोरी, पीएम मोदी का खास कनेक्शन
इस समय दुर्गा पूजा का त्योहार मनाया जा रहा है. दुर्गा पूजा के मौके पर बांग्लादेश में 4 दिन की छुट्टी दी गई है, जिससे धूमधाम से पूरे देश में त्योहार मनाया जा सके. इसी बीच बांग्लादेश के सतखिरा शहर के श्यामनगर में मौजूद प्रसिद्ध जेशोरेश्वरी काली मंदिर का स्वर्ण मुकुट चोरी हो गया है. चोरी की यह घटना मंदिर के सीसीटीवी में कैद हो गई, जिसमें एक युवक स्वर्ण मुकुट को ले जाता हुआ दिखाई दे रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बांग्लादेश के काली मंदिर के इस मुकुट से खास कनेक्शन है. दरअसल पीएम मोदी साल 2021 में जब बांग्लादेश की यात्रा पर गए थे तो उन्होंने देश को स्वर्ण मुकुट तोहफे में दिया था. हालांकि, अब यह मुकुट दुर्गा पूजा के खास मौके पर चोरी हो गया है.
कब हुआ स्वर्ण मुकुट चोरी?
मंदिर से चोरी की यह घटना गुरुवार (10 अक्टूबर) को दोपहर करीब 2:47 बजे से 2:50 बजे के बीच हुई. रिपोर्टों के अनुसार, मंदिर के पुजारी दिलीप कुमार बनर्जी ने रोजाना का पूजा-पाठ पूरा करने के बाद मंदिर की चाबियां रखरखाव के लिए जिम्मेदार रेखा सरकार को सौंप दी गई थी. इसी के बाद रेखा सरकार ने बताया कि वो कुछ काम-काज कर के वापस आया तो मैंने देखा कि मां काली का स्वर्ण मुकुट वहां पर मौजूद नहीं था. उसी के बाद मैंने सब को इस बात की सूचना दी.
पुलिस अधिकारी ने दी जानकारी
इस चोरी की घटना के बाद फौरन पुलिस को जानकारी दी गई. पुलिस ने जांच का काम शुरू कर दिया है. पुलिस स्टेशन के अधिकारी फकीर तैज़ुर रहमान ने कहा, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को जो तोहफा दिया था उसके चोरी होने के बाद हम उसको ढूंढने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. जांच जारी है और हम अपराधी की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रहे हैं.
जेशोरेश्वरी मंदिर 51 शक्ति पीठ में से एक
मुकुट चांदी से बनाया गया था और उस पर सोने का पानी चढ़ा था. यह मुकुट काफी अहम भूमिका रखता है और इस समय जब देश में पूरी धूमधाम से दुर्गा पूजा का त्योहार मनाया जा रहा है ऐसे में इस मुकुट का चोरी हो जाना कोई सामान्य सी बात नहीं है. जेशोरेश्वरी मंदिर 51 शक्ति पीठ में से एक है. “जेशोरेश्वरी” नाम का अर्थ है “जेशोर की देवी.” पीएम मोदी ने बांग्लादेश यात्रा के दौरान 27 मार्च, 2021 को जेशोरेश्वरी मंदिर का दौरा किया था. उसी दिन पीएम ने काली मंदिर में देवता को स्वर्ण मुकुट पहनाया था.