देखती रह गईं सूर्या-ईशान की टीमें, रोहित की शतकीय पारी के दम पर जीता हैदराबाद
बुची बाबू टूर्नामेंट 2024 का फाइनल मैच हैदराबाद और छत्तीसगढ़ की टीमों के बीच खेला गया. एनपीआर कॉलेज मैदान पर खेले गए फाइनल मुकाबले में हैदराबाद ने छत्तीसगढ़ को हराकर खिताब अपने नाम किया. फाइनल मुकाबले में हैदराबाद के खिलाड़ियों की ओर से काफी शानदार प्रदर्शन किया, जिसके चलते वह एकतरफा अंदाज में ट्रॉफी अपने नाम करने में कामयाब रही. वहीं, छत्तीसगढ़ की टीम पूरे ही मुकाबले में फ्लॉप रही, जिसके चलते उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
हैदराबाद ने जीता बुची बाबू टूर्नामेंट का खिताब
फाइनल मैच में हैदराबाद की टीम ने छत्तीसगढ़ के सामने जीत के लिए 581 रनों का टारगेट रखा था. राहुल सिंह की अगुवाई वाली हैदराबाद की टीम ने चौथे दिन मजबूती से शुरुआत की और छत्तीसगढ़ को मुकाबले में वापसी करने का काई मौका नहीं दिया. जिसके चलते छत्तीसगढ़ की टीम 274 रन बनाकर ही ढेर हो गई और हैदराबाद ने 243 रनों से अंतर से मुकाबला अपने नाम किया. बता दें, हैदराबाद ने मैच की पहली ही पारी में एक बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी, जिसके चलते वह शुरू से ही जीत की बड़ी दावेदार बन गई थी.
रोहित रायडू ने खेली मैच विनिंग पारी
हैदराबाद के लिए जीत के हीरो रोहित रायडू रहे. उन्हें मुकाबले की पहली पारी में एक शानदार पारी खेली. हैदराबाद ने अपनी पहली पारी में 417 रन बनाए थे. इस दौरान रोहित रायडू ने 155 रनों का योगदान दिया था. इस पारी में उन्होंने 8 चौके और 8 छक्के जड़े थे. इसके जवाब में छत्तीसगढ़ की टीम अपनी पहली पारी में 181 रनों पर ऑल आउट हो गई थी. जिसके चलते हैदराबाद ने 236 रनों की बढ़त हासिल की और फिर छत्तीसगढ़ को मैच में वापस आने का मौका नहीं दिया. हैदराबाद ने दूसरी पारी में 281 रन बनाए और 581 रनों का टारगेट रखा जो जीत के लिए काफी साबित हुआ.
सूर्या-ईशान की टीमें रहीं फ्लॉप
बुची बाबू टूर्नामेंट में इस बार सूर्यकुमार यादव, सरफराज खान और ईशान किशन जैसे स्टार खिलाड़ियों ने भी हिस्सा लिया था. सूर्यकुमार यादव और सरफराज खान मुंबई की टीम का हिस्सा थे और ईशान किशन ने झारखंड की कप्तानी की थी. लेकिन इस स्टार खिलाड़ियों की टीमें फाइनल तक का सफर तय नहीं कर सकीं. हालांकि सूर्यकुमार यादव और सरफराज खान टूर्नामेंट के शुरुआत में ही नजर आए थे. सूर्या को शुरुआती मैच के दौरान ही चोट लग गई थी. वहीं, सरफराज दलीप ट्रॉफी का हिस्सा बने.