देख लीजिए टेक कंपनियों का हाल, 1 महीने में चली गई 27 हजार नौकरियां

दुनियाभर में छंटनी का दौर चल रहा है. अगस्त 2024 में दिग्गज टेक कंपनियों ने छंटनी का रिकॉर्ड बना दिया है. एपल हो या Intel, Cisco हो या IBM. दिग्गज 40 टेक कंपनियों में अगस्त के महीने में कॉस्ट कटिंग के नाम पर 27000 लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया है.वहीं अगर साल की शुरुआत से देखें तो ऐसी कई खबरें आई जिसमें टेक कंपनियों के करीब लाखों लोगों ने एक रात में अपनी नौकरी गंवा दी.
एक रिपोर्ट से पता चलता है कि अबतक टेक कंपनियों ने 1,36,000 लोगों की छटंनी की. दुनियाभर में टेक कंपनियों का यह हाल चिंताजनक है साथ ही सेक्टर में उथल-पुथल कामगरों के जॉब सिक्योरिटी से जुड़े तमाम सवाल उठाता है.
AI छीन रहा एपल कर्मचारियों की नौकरी
टेक कंपनी Apple ने सैकड़ो कर्मचारियों को कंपनी से बाहर का रास्ता दिखाया है. कंपनी ने सर्विस डिवीजन से करीब 100 लोगों की छंटनी की है. इसमें एपल बुक्स ऐप (Apple Books App) और एपल बुकस्टोर (Apple Bookstore) के कर्मचारी और कुछ इंजीनियर शामिल हैं. कंपनी के इस छंटनी में AI ने बड़ी भूमिका निभाई है. कपंनी एप्पल बुक्स ऐप का बिजनेस अब AI में तब्दील करने की योजना बना रहा है. खबर है कि AI के एंट्री से एप्पल न्यूज डिवीजन को भी खतरा है.
एप्पल की छंटनी का यह पहला दौर नहीं है, इससे पहले कंपनी ने अपने स्पेशल प्रोजेक्ट ग्रुप से 600 कर्मचारियों की छंटनी की थी वहीं जनवरी में सैन डिएगो में 121 लोगों की AI टीम को शट डाउन कर दिया था. पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, एप्पल के पास 1 लाख 61 हजार कर्मचारी थे. छंटनी के बाद का आंकड़ा अबतक सार्वजनिक नहीं किया गया है.
ज्यादा बचत के लिए इंटेल ने की छंटनी
चिप बनाने वाली अमेरिकी कंपनी इंटेल बुरे वक्त से गुजर रही है जिसका सीधा खामियाजा कंपनी कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोकर भुगतना पड़ रहा है. कंपनी ने कॉस्ट कटिंग के नाम पर अपने कर्मचारियों के तादाद में 15% की कटौती की. इसके तहत 15000 लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा. दूसरी तिमाही में रेवेन्यू में भारी गिरावट और भविष्य में भी बिजनेस के जोर न पकड़ने की आशंकाओं के चलते कंपनी ने यह फैसला लिया.
इंटेल सीईओ पैट गेलसिंगर ने ले-ऑफ किए कर्मचारियों को भेजे एक नोट में कहा, “हमारी योजना 2025 में लागत में 10 अरब डॉलर की बचत करने की है, और इसके लिए हमें वर्कफोर्स में लगभग 15,000 कर्मचारियों या हमारे वर्कफोर्स के 15 प्रतिशत की कटौती शामिल है.
साइबर सुरक्षा में आगे बढ़ने का है सिस्को का प्लान
छंटनी करने वाली टेक कंपनियों में नेटवर्किंग इक्विपमेंट मेकर सिस्को (Cisco)भी शामिल है. सिस्को के तरफ से जारी बयान के मुताबिक, कंपनी लगभग 6,000 कर्मचारियो या अपने ग्लोबल वर्कफोर्स से 7% लोगों को निकाल रही है. यह इस साल का कंपनी में छंटनी का दूसरा दौर था. इस छंटनी के पीछे कंपनी का उद्देश्य अपने खर्च को कम करके अपना ध्यान साइबर सुरक्षा और एआई पर फोकस करने का है.
अगस्त में छंटनी से पहले जून में सिस्को ने AI स्टार्टअप कंपनी Cohere, Mistral और Scale में निवेश की घोषणा की थी. कंपनी द्वारा शेयर की जानकारी के मुताबिक, सिस्को तीनों AI कंपनियों में एक बिलियन डॉलर का निवेश करने वाली है. कंपनी को उम्मीद है कि वर्कफोर्स कम करने के बाद वह कारोबारी साल 2025 की पहली तिमाही में 700-800 मिलियन डॉलर बचाने में सफल होगी.
डेल टेक्नोलॉजी ने 10% वर्कफोर्स कि की कटौती
डेल टेक्नोलॉजी (Dell Technologies) अपनी सेल्स टीम में फेर बदल कर रही हैं और इस सिलसिले में अबतक हजारों कामगरों ने अपनी नौकरी गंवा दी हैं. कंपनी ने अपने वर्कफोर्स में 10 फिसदी यानी की 12,500 कर्मचारियों की छंटनी की है. डेल में यह छंटनी AI और नए जमाने के IT समाधानों में निवेश को प्राथमिकता देने के लिए किए जा रहे एक बड़े पुनर्गठन का हिस्सा है।
ज्यादातर टेक कंपनियो के जैसे डेल भी अपना फोकस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर शिफ्ट करना चाहता है. सेल्स एग्जीक्यूटिव बिल स्कैनेल और जॉन बर्न द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि कंपनी अपने कामकाज को और बेहतर बनाने की योजना बना रही है जिससे उन्हें ज्यादा मुनाफा हो और वह सही दिशा में निवेश कर सके.
अमेरिका और चीन के ट्रेड वॉर में गई नौकरियां
अगस्त 2024 में अमेरिकी टेक कंपनी IBM ने चीन में संचालित हो रही रिसर्च ऑपरेशंस को बंद करने का ऐलान किया. इस घोषणा से एक हजार से ज्यादा लोगों ने अपनी नौकरी से हाथ धो लिया. हालांकि कंपनी ने एक बयान में कहा की, “आईबीएम अब चीनी बाजार में निजी उद्यमों और चुनिंदा बहुराष्ट्रीय कंपनियों की सेवा को प्राथमिकता देगी.”
कंपनी का यह कदम अमेरिका और चीन के बीच चल रहे जियो-पॉलिटिकल टेंशन से भी प्रभावित है. हाल के वक्त में चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर ने मल्टीनेशनल कंपनी कंपनियों को काफी प्रभावित किया है और इस कड़ी में अब IBM भी शामिल है.
उम्मीद से कम रहा इनफिनियन का रेवेन्यू
जर्मन चिप मेकर कंपनी इनफिनियन (Infineon)कंपनी के सीईओ जोचन हैनबेक ने अगस्त की शुरुआत में घोषणा की कि कंपनी 1400 कर्मचारियों की छंटनी करेगा साथ ही 1400 कर्मचारियों को कम श्रम लागत वाले देशों में स्थानांतरित करेगा. रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने यह फैसला तीसरी तिमाही में संतोषजनक रेवेन्यू हासिल ना होने के बाद लिया है.
कंपनी ने अप्रैल-जून तिमाही में 3.70 बिलियन यूरो हासिल किया है जो इसके 3.8 बिलियन यूरो के पूर्वानुमान से बेहद कम है. यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 9 फिसदी कम है. सीईओ जोचन हैनबेक ने कंपनी की कमजोर होती बिक्री के लिए वैश्विक आर्थिक स्थितियों को जिम्मेदार ठहराया है.
गोप्रो और शेयर चैट ने भी की कटौती
एक्शन कैमरा मेकर कंपनी GoPro पुनर्गठन योजना के तहत अपने वर्कफोर्स में 15% की कटौती करेगा जिसके तहत 140 कर्मचारियों की नौकरी खत्म होगी. इस छंटनी का उद्देश्य इन छंटनी का उद्देश्य वित्त वर्ष 2024 के अनुमानित व्यय से परिचालन व्यय को $50 मिलियन कम करना है. वहीं बेंगलुरु स्थित सोशल मीडिया कंपनी शेयरचैट (Sharechat)ने अगस्त 2024 में वर्कफोर्स में 5% की कटौती की. इसके तहत 30-40 लोग प्रभावित हुए.
आर्थिक संकट के कारण Brave ने की कटौती
वेब ब्राउज़र और सर्च स्टार्टअप ब्रेव (Brave) ने अपने तमाम डिवीजन में 27 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. कंपनी के पास 191 कर्मचारी थे जिसमें से स्टार्ट अप कंपनी ने 14 फिसदी कार्यबल की कटौती की. Brave ने आर्थिक संकट के वजह से अक्टूबर 2023 में भी अपने कर्मचारियों की संख्या में 9% की कटौती की थी.

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