देश के इस सेक्टर में मिलती है सबसे ज्यादा सैलरी, न हो यकीन तो खुद देख लें रिपोर्ट
कॉलेज खत्म होने के बाद ही ज्यादातर स्टूडेंट्स इस बात से परेशान होते हैं कि कौन से सेक्टर में नौकरी करें जिससे उन्हें अच्छी सैलरी मिले. सटीक जानकारी नहीं होने से कई बार वह इधर उधर भटकते रहते हैं. कई बार वो ऐसी नौकरी में चले जाते हैं जहां कोई खास स्कोप नहीं होता और सालों-साल वो उसी में घिसते रहते हैं. लेकिन भारत में कुछ ऐसी नौकरियां है जिसमें सैलरी रेंज हाई है. इन सेक्टर्स में दूसरी अन्य फील्ड से कई गुना ज्यादा पैसा मिलता है. वैसे तो भारत में सबसे ज्यादा सैलरी देने के मामले में दो सेक्टर का नाम खुलकर सामने आया है इनमे IT और मैन्युफैक्चरिंग का नाम सबसे पहले आता है.
टैलेंट प्लेटफार्म foundit के जुलाई 2024 के डाटा के मुताबिक सबसे ज्यादा सैलरी रिटेल और टेलीकॉम सेक्टर में मिलती है. अगर आपको अभी भी यकीन नहीं होता तो आइए आपको साल दर सालपर बढ़ोतरी के मुताबिक बताते हैं कि किस सेक्टर में ज्यादा सैलरी मिलती है.
इन सेक्टर में सबसे ज्यादा सैलरी
भारत में टेलीकॉम सेक्टर भी नौकरी के मामले में काफी डिमांडिंग है. युवा इस फील्ड को इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि ग्रोथ और पैसा दोनों ही बहुत जल्दी बढ़ते हैं.फाउंडइट के डाटा के मुताबिक, रिटेल और टेलिकॉम में फ्रेशर्स को सबसे ज्यादा सैलरी मिलती है और यहां सालाना तौर पर 15% और 14% फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है. रिटेल सेक्टर में फ्रेशर्स को औसतन न्यूनतम वेतन 3.3 लाख रुपये प्रति वर्ष (एलपीए) और औसत अधिकतम वेतन 5.2 लाख सालाना मिलता है. वहीं, आईटी-सॉफ्टवेयर और सर्विस इंडस्ट्री में अलग-अलग एक्सपेरिएंस के लेवल पर हाईएस्ट पैकेज अभी भी इनसे ज्यादा ही है. आईटी सेक्टर में फ्रेशर्स की सैलरी सबसे ज्यादा है उन्हें 4.1 लाख सालाना से 7.5 लाख सालाना मिलते है.
इसके अलावा विज्ञापन, मार्केट रिसर्च और पीआर सेक्टर में 7 से ज्यादा साल के एक्सपेरिएंस लोगों को पिछले साल (2024 बनाम 2023) सैलरी में 15 फीसदी तक का हाइक मिला है. विज्ञापन, मार्केट रिसर्च और पीआर में अनुभवी पेशेवरों का वेतन 11 लाख रुपये से 33 लाख रुपए सालाना तक है.
रिपोर्ट के मुताबिक, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में साल-दर-साल हायरिंग के मामले में 45 फीसदी तक की वृद्धि हुई है. नौकरी में यह उछाल तकनीकी प्रगति, एआई विकास और उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों जैसे स्मार्टफोन, टीवी, गैजेट, स्मार्टवॉच में नवीन डिजाइनों से प्रेरित है. वहीं, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर हायरिंग में 43 फीसदी की देखी गई है. इसके अलावा ऑटोमोटिव उद्योग में भी नियुक्तियों में सालाना 18% की वृद्धि देखी गई है.
कैसा है हॉस्पिटैलिटी और ट्रेवल इंडस्ट्री का हाल
हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म सेक्टर की बात करें तो इस सेक्टर में पिछले साल के मुकाबले इस साल 28 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई. इसी तरह, मार्केटिंग और कम्युनिकेशन के रोल्स में साल-दर-साल 24% की तेजी देखी गई, जो एक मजबूत डिजिटल उपस्थिति स्थापित करने और अपने दर्शकों के साथ ऑनलाइन जुड़ने वाले ब्रांडों पर बढ़ते फोकस को दर्शाता है.