देश के 150 जलाशयों में 23 फीसदी से कम बचा है पानी, जानिए पंजाब-राजस्थान समेत इन राज्यों का हाल

देश की राजधानी दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश समेत तमाम राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है. सूरज आग उगल रहा है. कई जगह गर्मी से बेहाल लोगों को पीने के पानी के लिए भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है. देश की राजधानी भी इससे अछूती नहीं है. यहां भी पानी भरने के लिए लोगों को कतारों में देखा जा सकता है. इस बीच केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने जो आंकड़े जारी किए हैं, वो काफी चिंताजनक हैं.
सीडब्ल्यूसी की रिपोर्ट कहती है कि भीषण गर्मी के बीच देश में 150 प्रमुख जलाशयों के भंडारण स्तर में गिरावट देखने को मिल रही है. चिंता वाली बात ये है कि इनमें कुल भंडारण क्षमता का 23 फीसदी पानी रह गया है. पिछले साल के मुकाबले मौजूदा जल स्तर में 77 फीसदी की कमी आई है.
जलाशयों में 23 फीसदी पानी बचा
केंद्रीय जल आयोग ने शुक्रवार को कहा कि इन जलाशयों में 41.705 अरब घन मीटर पानी है. जो कि कुल भंडारण क्षमता का 23 प्रतिशत है. सीडब्ल्यूसी ने जिन 150 जलाशयों का डेटा जारी किया है उसकी कुल भंडारण क्षमता 178.784 बीसीएम है. देश के 150 जलाशयों में दस हिमाचल प्रदेश, पंजाब और राजस्थान में हैं.
पिछले साल इसी समय पानी 38 फीसदी था
इनकी भंडारण क्षमता 19.663 बीसीएम है. ये आंकड़ा 16 मई से 31 मई के बीच 5.864 बीसीएम पर पहुंच गया. जो कि कुल क्षमता का 30 प्रतिशत है. पिछले साल इसी समय पानी 38 फीसदी था. पूर्वी भारत की बात करें तो असम, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा, नागालैंड और बिहार में कुल 23 जलाशय हैं.
गुजरात और महाराष्ट्र में कुल 49 जलाशय
इनकी भंडारण क्षमता 20.430 बीसीएम है. सीडब्ल्यूसी ने कहा है कि यहां मौजूद पानी 5.645 बीसीएम है, जो कुल क्षमता का 28 फीसदी है. पश्चिमी भारत की बात करें तो गुजरात और महाराष्ट्र में कुल 49 जलाशय हैं. इनकी भंडारण क्षमता 37.130 बीसीएम है. इनमें मौजूदा समय में 8.833 बीसीएम पानी है. जो कुल क्षमता का 24 फीसदी है.
यह पिछले साल के 28 प्रतिशत से कम है. हालांकि, सामान्य भंडारण 23 फीसदी से बेहतर है. उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 26 जलाशय हैं. इनकी भंडारण क्षमता 48.227 बीसीएम है. इस समय इनमें 14.046 बीसीएम पानी है. जो कुल क्षमता का 29.1 प्रतिशत है. पिछले साल 37 फीसदी था.

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