देश में पहली बार होगा वर्ल्ड हेरिटेज कन्वेंशन, पीएम मोदी 21 जुलाई को करेंगे उद्घाटन
वर्ल्ड हेरिटेज कन्वेंशन (World heritage convention) पहली बार भारत में होगा. 21 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली के भारत मंडपम में इसका उद्घाटन करेंगे. ये कन्वेंशन 21 से 31 जुलाई तक होगा. वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की बैठक में 150 देशों के 2000 डेलीगेट्स आएंगे. मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर ने इसके लिए एक वेबसाइट भी बनाई है.
भारत मंडपम में कन्वेंशन के साथ रेलवे, हेरिटेज, हैंडीक्राफ्ट जैसी कई प्रदर्शनी भी लगाई जाएंगी. एलोरा, कैलाश जैसे कई पुरातात्विक स्थल के डिजिटल डोम बनाए जांएगे. ताकि यहां पहुंचने वाले लोग इन स्थलों के बारे में जान सकें. केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसको लेकर जानकारी दी है.
हम विरासत का सम्मान करके विकास करेंगे
शेखावत ने कहा कि तीसरी बार पीएम मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद पहला मेगा इवेंट हो रहा है. हम विरासत का सम्मान करके विकास करेंगे. G-20 के बाद सरकार का यह पहला मेगा इवेंट है. अब तक 1 हजार 199 धरोहरों को संरक्षित करने के लिए चिन्हित किया गया है. इनके रखरखाव की चर्चा इस बैठक में होगी.
पहली बार वर्ल्ड हेरिटेज कन्वेंशन भारत की अध्यक्षता में हो रहा है
शेखावत ने कहा कि भारत वर्ल्ड गवर्निंग कमेटी का सदस्य है. पहली बार वर्ल्ड हेरिटेज कन्वेंशन भारत की अध्यक्षता में हो रहा है. भारत के प्रधानमंत्री इसमें यूनेस्को के डायरेक्टर जनरल होंगे. विश्व धरोहर समिति का सत्र भारत को अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, स्थलों के रख-रखाव और भारत द्वारा विरासत को दी जाने वाली प्राथमिकता को प्रदर्शित करने का अवसर देगा. इस सत्र से पहले सरकार ने एक लोक कला परियोजना शुरू की है.
Bharat takes great pride as the chair of the 46th session of UNESCO’s World Heritage Committee & to be hosting this global meet for the first time ever.
WHC has been meeting since 1977 to address critical issues related to the conservation of globally significant sites. The pic.twitter.com/rSH8qrX55L
— Gajendra Singh Shekhawat (@gssjodhpur) July 19, 2024