धर्म के नाम पर गलत हो रहा, किसा का घर नहीं टूटना चाहिए… यूपी सरकार के फैसलों पर और क्या बोले चंद्रशेखर आजाद?
यूपी में कांवड़ यात्रा रूट पर दुकानों के सामने नेम प्लेट लगाने के आदेश पर सियासी घमासान मचा हुआ है. दूसरी ओर हैदरगंज में बुलडोजर की कार्रवाई पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. कई विपक्षी दलों ने सरकार के फैसले का विरोध किया है. इसमें आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हैं. उन्होंने सरकार के आदेश को तानाशाही बताते हुए कहा कि ऐसा नहीं चलेगा. सरकार का यह गलत फैसला है कि और इसे वापस लेना चाहिए. इन लोगों ने अयोध्या से भी सबक नहीं लिया है.
टीवी9 से खास बातचीत में चंद्रशेखर ने कहा कि धर्म के आधार पर जो किया जा रहा है वो गलत है. कांवड़ियों की आड़ में लोग बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं. अधिकारियों की योजना है तो लगाम लगाए अगर आपकी योजना है तो आप भी विराम लगाइए. धर्म और जाति के आधार पर जो हो रहा है वो गलत है. सरकार के फैसले की वजह से पिछड़ी जाति, दलित और मुस्लिम सबका दमन हो रहा है.
‘पंत नगर में बुलडोजर रुक सकता है तो फिर हैदरगंज में क्यों नहीं’
वहीं, यूपी में बुलडोजर की कार्रवाई पर भी चंद्रशेखर ने सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि जब पंत नगर में मुख्यमंत्री बुलडोजर को रोक सकते है तो हैदरगंज में क्यों नहीं. ये लोग जाति के आधार पर काम करते है. अगर ऐसा हुआ तो हम इसके खिलाफ विरोध करेंगे. यह प्रोजेक्ट मायावती का था, इस सवाल के जवाब पर चंद्रशेखर ने कहा कि कहा कि प्रोजेक्ट किसी का भी हो, सरकार एलिवेटेड रोड ऊपर से ले जाए, किसी का घर नहीं टूटना चाहिए.
‘100 साल पुरानी बस्ती है हैदर कैनाल’
उन्होंने आगे कहा कि राजधानी लखनऊ में हैदर कैनाल पर 16 किलोमीटर में बसी दलित बाहुल्य बस्तियां जो लगभग 100 साल पुरानी है. सरकार एलिवेटेड रोड का हवाला देकर ध्वस्त करके लोगों को बेघर करने की साजिश रच रही है. पहले लखनऊ स्थित अकबरनगर बस्ती को ध्वस्त करते हुए बड़ी आबादी को बेदखल किया जिससे हजारों परिवार प्रभावित हुए.
सरकार सिर्फ कुछ जाति के लोगों की सुनती है: आजाद
चंद्रशेखर ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री पंतनगर को बचा सकते हैं तो फिर हैदरगंज को क्यों नहीं, लेकिन मुझे लगता है कि सरकार सिर्फ कुछ जाति के लोगों की सुनती है, यहां ऐसा हुआ तो हम इसका विरोध करेंगे. जहां तक पुलिस भर्ती का मामला है तो मुख्यमंत्री ने कहा था कि 6 महीने में दोबारा भर्ती के लिए वैकेंसी निकालेंगे. उसका समय पूरा हो गया है. मैं उनको याद दिला रहा हूं कि सरकार अब भर्ती निकाले.