नई मां बनी हैं तो बेबी की केयर करते वक्त ध्यान रखें ये छोटी बातें
पेरेंट्स बनना किसी के लिए भी अपनी जिंदगी का सबसे सुखद अनुभव होता है. इस खुशी भरे फेज के साथ ही जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती हैं. भले ही बच्चे की देखभाल माता-पिता दोनों मिलकर करें, लेकिन फिर भी मां को हर छोटी बात का ज्यादा ख्याल रखना पड़ता है. खासतौर पर अगर आप नई मां बनी हैं और पहली बार ये जिम्मेदारी निभाने जा रही हैं तो बेबी केयर करते वक्त कुछ बातों का ध्यान में रखना चाहिए.
छोटे बच्चों की देखभाल करना बहुत ही सावधानी का काम होता है और जब पहली बार मां बनने का एक्सपीरियंस हो तो काफी दिक्कतें भी आती हैं. ऐसे में बच्चे को हेल्दी बनाए रखने के लिए छोटी-छोटी बातें ध्यान में रखनी चाहिए. चलिए जान लेते हैं.
आंखों में काजल लगाने से बचें
अक्सर बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि बच्चों की आंखों में काजल लगाना चाहिए, लेकिन एक्सपर्ट कहते हैं कि इससे बच्चे को दिक्कत हो सकती है. दरअसल काजल लगाने से आंखों के किनारे में मौजूद आंसू की नलिकाओं के ब्लॉक होने का डर रहता है और धूल-मिट्टी भी चिपक सकती है, जिससे एलर्जी होने लगती है. इसलिए अपने बेबी को काजल लगाने से बचें.
बच्चे को छह महीने तक दें सिर्फ मां का दूध
कुछ लोग बच्चे को चार-पांच महीने से ही पानी और ठोस आहार देना शुरू कर देते हैं, जबकि छह महीने तक बच्चे के पोषण के लिए मां का दूध ही काफी रहता है. अगर ब्रेस्ट फीडिंग कराने में समस्या हो या फिर मिल्क प्रोडक्शन न हो रहा हो तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए.
हर वक्त डायपर न पहनाएं
छोटे बच्चे बार-बार यूरिन पास करते हैं और इस वजह उन्हें डायपर पहनाना पड़ता है, लेकिन बच्चे को लगातार लंबे समय तक डायपर पहनाकर नहीं रखना चाहिए. इसके अलावा कुछ घंटे के बाद डायपर बदलते रहना भी जरूरी होता है. वहीं सूती या किसी मुलायम कपड़े की बनी नैपी पहनानी चाहिए. लगातार डायपर पहनाए रखने से स्किन पर रैशेज हो सकते हैं.
बेबी केयर प्रोडक्ट्स का चुनाव ध्यान से करें
न्यू बॉर्न बेबी की स्किन काफी ज्यादा सेंसेटिव होती है, इसलिए शैंपू से लेकर बॉडी वॉश, बॉडी मसाज ऑयल, लोशन जैसे बेबी केयर प्रोडक्ट्स को बहुत ही ध्यान से खरीदना चाहिए. एक बार एक्सपायरी डेट के अलावा इनग्रेडिएंट्स को भी जरूर ध्यान से पड़ना चाहिए, कोशिश करें कि ऐसे प्रोडक्ट लें जो नेचुरल चीजों से बने हो.
इन छोटी-छोटी बातों का भी रखें ध्यान
न्यू बॉर्न बेबी को छूने से पहले हाथों को अच्छी तरह साफ करना चाहिए.
घर में अगर छोटे बच्चे हैं तो उनके हाथ-पैर धुलाने के बाद ही बेबी को गोद में दें और लगातार निगरानी रखें.
न्यू बॉर्न बेबी है तो हाईजीन का खास ध्यान रखें, इसके अलावा किसी को खांसी, बुखार, जुकाम है तो उससे बच्चे को दूर रखें.
बच्चा अगर ज्यादा रो रहा है तो इसके पीछे भूख लगना है या फिर पेट में गैस है यह पता करने की कोशिश करें.
दूध पिलाने के बाद बच्चे को पीठ पर हल्का थपथपाने से आराम मिलता है, जिससे उसे बेचैनी महसूस नहीं होती.