नई रेल लाइन, कवच और सिग्नल सिस्टम… बजट से ऐसे बदलेगी रेलवे की तस्वीर

मोदी सरकार 3.0 में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बजट पेश किया था. इसमें रेलवे के लिए 2 लाख 62 हजार 200 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. भारतीय रेलवे इसका बड़ा हिस्सा रेल सुरक्षा और स्वचालित ट्रेन-सुरक्षा प्रणाली कवच पर खर्च करेगा. पुरानी पटरियों बदली जाएंगी. सिग्नल सिस्टम में सुधार होगा और फ्लाईओवर और अंडरपास बनेंगे. इस पर 1 लाख 8 हजार 795 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. ये जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी है.
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि ये बजट बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि पिछले 60 सालों की अपेक्षा मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल में रेलवे का बहुत विकास हुआ है. इस अवधि में बुनियादी ढांचे की नींव रखी गई है. करीब 96 फीसदी रेल नेटवर्क का विद्युतीकरण किया गया है. 31 हजार किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक बनाए गए हैं. उन्होंने ये भी बताया है कि रेलवे को मिले बजट का कहां और कितना खर्च किया जाएगा. आइए प्वाइंट वाइज समझते हैं कि इस बजट को लेकर भारतीय रेल का क्या प्लान है.

हरियाणा के लिए 3 हजार 3 सौ 38 करोड़ रुपये रखे गए हैं. यहां रेलवे नेटवर्क 100 फीसदी इलेक्ट्रिफिकेशन हो चुका है.
हिमाचल प्रदेश के लिए 2 हजार 6 सौ 98 करोड़ रुपये रखे गए हैं. यहां हिमालयन टनलिंग मेथड से काम हो रहा है.
उत्तर प्रदेश के लिए 19 हजार 8 सौ 48 करोड़ रुपये. उत्तर प्रदेश का रेलवे नेटवर्क भी 100 फीसदी इलेक्ट्रिफाई हो चुका है. 157 स्टेशन अमृत भारत स्टेशन के तहत बनाए जा रहे हैं. कुम्भ के लिए बड़ी तैयारी की जा रही है. 40 से ज्यादा प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. 3 साल पहले एक्शन प्लान बना लिया गया था. प्रयागराज स्टेशन का री-डेवलपमेंट किया गया है. स्पेशल गाड़ियां चलाई जाएंगी. रेलवे का जॉइंट कमांड बनाया जाएगा.
पूरे देश में 10 हजार इंजन में कवच लगाया जाएगा.
रेलवे ने बीते 10 साल में 5 लाख से ज्यादा लोगों को नौकरी दी.
पिछले एक साल में 1 लाख 40 हजार लोगों को जॉब मिली. 2 करोड़ लोगो ने आवेदन किया था.
पंजाब के लिए रेल बजट में 5 हजार 147 करोड़ रुपये रखे गए हैं. 19 हजार 843 करोड़ का प्रोजेक्ट अभी चल रहा है. 30 अमृत स्टेशन का प्रोजेक्ट चल रहा है. 366 फ्लाईओवर और अंडरपास पंजाब में बने हैं.
दिल्ली में इस बार 2 हजार 582 करोड़ का बजट रखा गया है. दिल्ली के 13 स्टेशन अमृत स्टेशन के तौर पर डेवलप हो रहे हैं. 4778 करोड़ के प्रोजेक्ट अभी चल रहे हैं.
राजस्थान के लिए 9 हजार 959 करोड़ रुपये रखे गए हैं. 51 हजार 814 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट का काम चल रहा है. 85 स्टेशन को अमृत स्टेशन के तौर पर डेवलप किया जा रहा है.
वंदे मेट्रो और वंदे भारत का स्लीपर टेस्टिंग स्टेज में है.

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