नक्सलियों की सुरंग! दंतेवाड़ा में पहली बार पुलिस को नक्सलियों की सुरंग मिली, देखिए कैसी है?
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा(Dantewada, Chhattishgarh) में पुलिस को एक सुरंग मिली है. पुलिस ने कहा है कि इलाके में ऑपरेट करने वाले नक्सली इस सुरंग का इस्तेमाल करते हैं. पुलिस ने सुरंग का एक वीडियो भी जारी किया है.
पुलिस को ये सुरंग 30 जनवरी को हुए नक्सली हमले की जांच के दौरान मिली है. इस हमले में सुरक्षा बल के तीन जवान शहीद हो गए थे.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के सुकमा और बीजापुर जिले के बॉर्डर पर नए सिक्योरिटी कैंप बनाए गए थे. मंगलवार 30 जनवरी को नक्सलियों ने इन कैंप्स पर हमला कर दिया. हमले में तीन जवान शहीद हो गए. इनमें से दो जवान कोबरा बटालियन के थे. साथ ही हमले में 14 जवान बुरी तरह से घायल हुए हैं. हमले के बाद सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) और दंतेवाड़ा डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG) की टीम मामले की जांच कर रही थी. इस दौरान उन्हें एक सुरंग मिली. रिपोर्ट के मुताबिक सुरंग 130 मीटर लंबी और छह फुट गहरी है. साथ ही हमला करने के हिसाब से बहुत ही मुफीद. इससे पहले भी सुरक्षाबलों के पास कई बार नक्सलियों द्वारा सुरंग बनाने की खबरें आई थीं, लेकिन ये पहली बार है जब पुलिस को कोई सुरंग मिली है.
ये सुरंग बीजापुर जिले के भैरामगढ़ से करीब ढाई किलोमीटर दूर टाडपोट गांव में मिली है. ये दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 35 किलोमीटर दूर है.
पुलिस ने क्या बताया?
दंतेवाड़ा जिले के SP गौरव राय ने घटना को लेकर बताया,
‘सुरक्षाबलों को 25 से 30 हथियारबंद माओवादियों के होने की जानकारी मिली थी. जानकारी के मुताबिक माओवादियों में इंद्रावती एरिया का कमांडर मल्लेश भी शामिल था. बताया गया था कि इंद्रावती नदी के दूसरी तरफ ये लोग छिपे हुए हैं. इनपुट के मुताबिक बुधवार सुबह CRPF और DRG की टीम ने जॉइंट ऑपरेशन चलाया. लेकिन सुरक्षाबलों के पहुंचने से पहले नक्सली वहां से भाग गए. टीम ने ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों के तीन कैंप तबाह कर दिए’.
उन्होंने आगे बताया कि जब सुरक्षाबल के जवान वापस आ रहे थे, तभी अचानक नक्सलियों ने बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, एके 47 और INSAS राइफल से उन पर हमला कर दिया. और घने जंगलों का सहारा लेते हुए फरार हो गए. घटना के बाद सुरक्षाबलों को इलाके से स्पाइक्स (कांटे वाला जाल), प्रेशर कुकर बम और बारूद भी मिले. इसी दौरान उन्हें सुरंग भी मिली थी.