नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शाहरुख और अक्षय ने ऐसा क्या कर दिया? जो दोनों की होने लगी चर्चा
नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं. उन्होंने रविवार को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में हज़ारों मेहमानों की मौजूदगी में प्रधानमंत्री के पद और गोपनीयता की शपथ ली. नरेंद्र मोदी के अलावा बीजेपी और सहयोगी दलों के 71 सांसदों ने भी मंत्री के तौर पर शपथ ली. इस दौरान वहां पहुंचे तमाम मेहमानों में बॉलीवुड के किंग शाहरुख खान और खिलाड़ी अक्षय कुमार भी थे. अब दोनों की एक तस्वीर इंटरनेट पर आग की तरह फैल रही है.
समारोह स्थल पर शाहरुखान रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी और उनके बेटे अनंत अंबानी के साथ पहुंचे थे. शाहरुख खान के साथ उनकी मैनजर पूजा ददलानी भी वहीं नज़र आईं. शाहरुख जब अपनी जगह पर पहुंचे तो वहां अक्षय कुमार भी मौजूद थे. ऐसे में शाहरुख और अक्षय आगे बढ़कर एक दूसरे से गर्मजोशी के साथ गले मिले. दोनों के गले मिलने की तस्वीर खूब चर्चा बटोर रही है और सोशल मीडिया पर छा गई है.
Delhi | Actors Shah Rukh Khan and Akshay Kumar greet each other as they arrive to attend the oath ceremony of PM-designate Narendra Modi at Rashtrapati Bhavan pic.twitter.com/A6jhJBsI9K
— ANI (@ANI) June 9, 2024
पीएम मोदी और मंत्रियों के शपथ ग्रण समारोह में शाहरुख खान काले रंग की ड्रेस में पहुंचे थे. वहीं, अक्षय कुमार पिंक रंग की शर्ट और पैंट में नज़र आए. शपथ ग्रहण से सामने आई दोनों की इस तस्वीर को दोनों के ही फैंस इंटरनेट पर वायरल कर रहे हैं.
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शपथ ग्रहण में और कौन-कौन पहुंचा?
नई सरकार के इस शपथ ग्रहण के कार्यक्रम में शाहरुख और अक्षय के अलावा कई और फिल्मी सितारे भी नज़र आए. इनमें रजनीकांत, अनुपम खेर, रवीना टंडन, विक्रांत मेसी, राजकुमार हिरानी जैसे सितारे शामिल हैं. इसके अलावा पहली बार सांसद बनीं एक्ट्रेस कंगना रनौती भी वहां नज़र आईं.
#WATCH | Adani group chairman Gautam Adani & actor Akshay Kumar at the Forecourt of Rashtrapati Bhavan for the oath ceremony. pic.twitter.com/lObEBTsqvt
— ANI (@ANI) June 9, 2024
4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे. इस बार भारतीय जनता पार्टी 240 सीटों पर ही अटक गई थी. लेकिन सहगयोगी दलों के साथ के बाद एनडीए का नंबर 293 तक पहुंच गया और बिना किसी दिक्कत के एक बार फिर मोदी सरकार बन गई. इस बार कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इंडिया गठबंधन बनाकर चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन ये गठबंधन बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच सका.