ना बीयर…ना व्हिस्की, गर्मियों में लोग नहीं पी रहे शराब, घट गई डिमांड
आम तौर पर गर्मियों के दिनों में लोग जमकर बीयर पीते हैं. उत्तर प्रदेश में तो जगह-जगह आपको ‘भयंकर ठंडी बीयर’ के विज्ञापन भी लिखे दिख सकते हैं. लेकिन इस बार लग रहा है कि ना बीयर और ना व्हिस्की किसी की सेल नहीं बढ़ी है. बल्कि इनकी डिमांड में गिरावट देखी गई है.
देश की सबसे बड़ी शराब कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स का कहना है कि शराब की डिमांड अब भी कम है. ये पिकअप नहीं हो रही है. कंपनी को उम्मीद है कि शराब की डिमांड 2024 की दूसरी छमाही में बढ़ सकती है. यूनाइटेड स्पिरिट्स का नियंत्रण अब डियाजियो के पास है, जो दुनिया की सबसे बड़ी शराब कंपनियों में से एक है.
छोटे पेग लेने वालों की डिमांड भी घटी
यूनाटेड स्पिरिट्स का कहना है कि उसने एक और ट्रेंड देखा है. कई लोग शराब कम क्वांटिटी में पीते हैं यानी छोटे-छोटे पेग लेते हैं, लेकिन इसी तरह से वह कई बार शराब पीते हैं. ऐसे लोगों की सोशलाइज होने की संख्या इस दौरान घटी है, जिसकी वजह से शराब की सेल में गिरावट देखने को मिली है.
इसमें एक अच्छी बात ये सामने आई है कि इन लोगों ने भले शराब पीना कम किया हो, लेकिन ऐसा नहीं हुआ कि ये लोग कम कीमत वाली शराब पर शिफ्ट हो गए हों. यानी प्रीमियम शराब की वैल्यू अब भी बरकरार है.
कोविड के बाद वाली डिमांड से नीचे
ईटी की खबर के मुताबिक यूनाटेड स्पिरिट्स का कहना है कि कोविड के तुरंत बाद जब शराब की बिक्री खुली थी, तब शराब की डिमांड में जबरदस्त तेजी देखी गई थी. हालांकि अभी की डिमांड तब के मुकाबले काफी धीमी है.
कंपनी की एमडी और सीईओ हिना नागराजन का कहना है कि दो साल पहले के मुकाबले अभी शराब की डिमांड ग्रोथ काफी नरम पड़ी है. हम बाजार में दबाव को देख रहे हैं, शादियों के सीजन में भी इनकी बिक्री कम रही थी. ऐसे में डिमांड और सेल्स ग्रोथ काफी स्लो है. पिछली कुछ तिमाहियों में सुधार हुआ है, लेकिन अभी ये पटरी पर नहीं लौटी हैं. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की सेल्स ग्रोथ 10.5 प्रतिशत रही है. जबकि 2021-22 में ये 19.5 प्रतिशत थी.