नींद और दिल की बीमारियों का क्या है कनेक्शन? स्टडी में आया सामने

वीकेंड आते ही कई लोग घूमने फिरने का प्रोग्राम बना लेते हैं तो कुछ लोगों का प्रोग्राम देर तक सोकर सप्ताह भर की थकान उतारने का होता हैं. ऐसे लोग वीकेंड पर कई घंटे की लंबी नींद लेते हैं और देर तक आराम फरमाते हैं, तो अगर आप भी उनमें से हैं तो आपको जानकर खुशी होगी कि ऐसे लोगों का दिल अन्य लोगों के दिल के मुकाबले ज्यादा स्वस्थ रहता है. ये बात एक स्टडी में सामने आई है कि ज्यादा सोने से दिल की सेहत को 20 फीसदी लाभ पहुंचता है.
कम नींद से होती हैं कई समस्याएं
दरअसल, नींद की कमी शरीर में कई बीमारियों को जन्म देती है. इससे स्ट्रेस, डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारियों के साथ साथ हाई ब्लड प्रेशर जैसी दिल से संबंधित शिकायतें भी बढ़ जाती है. इसलिए डॉक्टर्स हमेशा लोगों को7 से 8 घंटे की नींद लेने की सलाह देते हैं, लेकिन आज की भागती जीवनशैली में इतने घंटे की नींद पूरी कर पाना संभव नहीं हो पाता जिससे कई समस्याएं जन्म लेती हैं इसलिए अगर आप इस नींद की कमी की पूर्ति वीकेंड्स पर कर लेते हैं तो आपको फायदा पहुंचता है.
क्या कहती है स्टडी
एक हालिया शोध में सामने आया है कि जो लोग वीकेंड पर अतिरिक्त घंटे सोते हैं उन्हें दिल संबंधी बीमारियों का खतरा अन्य लोगों के मुकाबले 20% तक कम होता है. इस दौरान आप अपने रोजाना के घंटों की पूर्ति कर सकते हैं जितने घंटे आप पूरे हफ्ते कम सो पाते हैं. इससे आपके दिल संबंधी बीमारियों से लेकर कई अन्य सेहत लाभ मिलते हैं.
ज्यादा नींद, कम हृदय संबंधी बीमारियां
यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी की एक बैठक में प्रस्तुत किए गए नए रिजल्ट्स से ये बात सामने आई कि जिन लोगों ने अतिरिक्त नींद ली, उन्होंने दिल संबंधी बीमारियों के खतरे को 20 फीसदी तक घटा लिया था. साथ ही चीन के बीजिंग में नेशनल सेंटर फॉर कार्डियोवैस्कुलर डिजीज और फुवाई अस्पताल के अध्ययन के लेखक यानजुन सॉन्ग ने भी अपने एक बयान में कहा कि पर्याप्त नींद हृदय से संबंधित बीमारियों के जोखिम को कम करती है.
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अजित जैन बताते हैं कि अच्छी नींद हार्ट हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करती है. देखा जाता है की जो लोग कम सोते हैं उनको हाई बीपी जैसी समस्या हो सकती है. इसका सीधा संबंध दिल की बीमारियों से है.
साथ ही सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. वरूण बंसल कहते हैं कि जो लोग काफी कम सोते हैं उनमें हार्ट की बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है लेकिन जो लोग वीकेंड्स पर अपनी नींद पूरी करते हैं और अपने शरीर को आराम देते हैं उनमें हार्ट से जुड़ी समस्याएं कम हो जाती है. इसकी मुख्य वजह है स्ट्रेस. अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक पूरी नींद नहीं लेगा तो उसको हार्ट की प्रॉब्लम्स होने के चांस बढ़ जाएंगें. इसलिए आप वीकेंड्स या वीक के दौरान ही कैच-अप स्लीप ले सकते हैं ताकि आपको हार्ट की बीमारियों का खतरा कम रहे.
इतने घंटे की नींद जरूरी
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, जो व्यक्ति हर रात सात घंटे से कम सोते हैं, उन्हें कई हेल्थ इश्यूज होने की संभावना ज्यादा रहती हैं जो ज्यादातर दिल से संबंधित बीमारियों का जोखिम है जिनमें हार्ट प्रॉब्लम, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियां शामिल हैं.
इस अध्ययन में लगभग 91,000 लोगों के डेटा का उपयोग किया गया है, इस स्टडी में शामिल ज्यादातर लोगों ने 7 घंटे से कम की नींद ली. जिसके बाद 14 सालों के मेडिकल रिकॉर्ड जांचने के बाद इन लोगों में हृदय रोग, हार्ट फेलियर, अनियमित हार्ट बीट और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा पाया गया.
इसके बाद इन लोगों को वीकेंड पर अतिरिक्त सोने दिया गया. जिसके बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने वीकेंड पर सबसे अधिक नींद ली उनमें हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा 19 प्रतिशत तक घट गया.

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