नीदरलैंड के प्रधानमंत्री बनेंगे नाटो चीफ, अक्तूबर से सम्भालेंगे कमान, रूस से है कट्टर दुश्मनी

दुनिया के सबसे शक्तिशाली सैन्य संगठन नाटो ने बुधवार को नीदरलैंड के निवर्तमान प्रधानमंत्री मार्क रूटे को अपना अगला महासचिव नियुक्त किया है. मार्क रूटे को नाटो ने ऐसे समय में महासचिव नियुक्त किया है, जब यूक्रेन में युद्ध चल रहा है और यह यूरोपीय सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण समय है.
नीदरलैंड के निवर्तमान प्रधानमंत्री मार्क रूटे 1 अक्टूबर से नॉर्वे के वर्तमान महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग से नाटो के 14वें महासचिव का पदभार ग्रहण करेंगे. वर्तमान महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग पिछले 10 वर्षों से नाटो के महासचिव हैं. रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच समय-समय पर उनका कार्यकाल बढ़ाया भी गया था.
रूस के कट्टर विरोधी है नये मार्क रूटे
मार्क रूटे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कड़े आलोचक और यूक्रेन के कट्टर सहयोगी रहे हैं. समय-समय पर उन्होंने यूक्रेन के प्रति रूस के आक्रामक रवैये पर खुलकर अपने विचार व्यक्त किए हैं. रूटे को रूसी आक्रामकता के खिलाफ यूक्रेन की लड़ाई में सहयोगियों का समर्थन बनाए रखने की चुनौती का सामना करना पड़ सकता है, साथ ही नाटो को मॉस्को के साथ युद्ध में सीधे तौर पर शामिल होने से भी रोकना होगा.
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भावी नाटो महासचिव मार्क रूटे की प्रशंसा की है. उन्होंने कहा कि रूटे एक सिद्धांतवादी और मजबूत नेता हैं. उन्होंने पिछले सालों में कई मौकों पर अपनी निर्णायकता और दूरदर्शिता का परिचय दिया है. वहीं, जब निवर्तमान डच प्रधानमंत्री मार्क रूटे को नाटो का 14वां महासचिव बनाया गया, तो क्रेमलिन ने कहा कि उनकी नियुक्ति से कुछ नहीं बदलेगा.
नाटो का महासचिव नियुक्त होना सम्मान की बात- रूटे
मार्क रूटे ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए कहा कि नाटो का महासचिव नियुक्त होना बहुत सम्मान की बात है. यह गठबंधन हमारी सामूहिक सुरक्षा की आधारशिला है और रहेगी. इस संगठन का नेतृत्व करना एक ऐसी जिम्मेदारी है जिसे मैं हल्के में नहीं लेता.उन्होंने कहा कि मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं सभी सहयोगियों का आभारी हूं. मैं अक्टूबर में वर्तमान महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग के उत्तराधिकारी के रूप में बहुत जोश के साथ इस पद को संभालने के लिए उत्सुक हूं, जिन्होंने पिछले 10 वर्षों से नाटो को बेहतरीन नेतृत्व प्रदान किया है और जिनके लिए मेरे मन में हमेशा से बहुत प्रशंसा रही है.
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