नीरज चोपड़ा ने ओलंपिक में गोल्ड मेडल से चूकने के बाद लिया बड़ा फैसला, उठाने जा रहे ये जोखिम, कर दिया ऐलान
पेरिस ओलंपिक 2024 में मेंस जैवलिन थ्रो इवेंट में भारत के नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. वहीं, गोल्ड मेडल पाकिस्तान के अरशद नदीम के नाम रहा. अरशद नदीम ने 92.97 मीटर का थ्रो किया था और नीरज 89.45 मीटर का ब्रेस्ट थ्रो कर पाए थे. इस इवेंट के बाद नीरज ने खुलासा किया था कि वह चोट से जूझ रहे हैं. इसके बाद वह भारत भी नहीं लौटे. चोट को देखते हुए उन्होंने जर्मनी जाने का फैसला किया था. इन सब के बीच नीरज चोपड़ा ने एक बड़ा ऐलान किया है.
नीरज चोपड़ा उठाने जा रहे ये जोखिम
पेरिस ओलंपिक में फाइनल मुकाबले के बाद नीरज ने खुलासा किया था कि वो ग्रोइन इंजरी के साथ मुकाबले में हिस्सा ले रहे थे और अब उन्हें सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है.लेकिन नीरज चोपड़ा ने अब अपडेट दिया है कि वह फिलहाल सर्जरी नहीं करवा रहे हैं. इसी के साथ उन्होंने ऐलान किया कि वो 22 अगस्त को लुसाने में होने वाली डाइमंड लीग प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे. नीरज ने वर्चुअल बातचीत के दौरान कहा, ‘मैंने 22 अगस्त को होने वाली लुसाने डाइमंड लीग में हिस्सा लेने का फैसला किया है.’ नीरज ने स्विटजरलैंड में ट्रेनिंग शुरू कर दी है और चोट के बावजूद सीजन को बेहतर तरीके से समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
नीरज चोपड़ा ने साल 2022 में डायमंड लीग के फाइनल में जीत हासिल की थी. वहीं इस बार ये फाइनल 13 और 14 सितंबर को होगा. नीरज ने अपनी चोट पर अपडेट देते हुए कहा कि पेरिस के बाद अच्छी बात ये रही कि मेरी चोट ज्यादा गंभीर नहीं हुई. मेरे फीजियो ने पेरिस ओलंपिक के दौरान इस इंजरी को लेकर ट्रीटमेंट किया था जिससे पहले से अब स्थिति बेहतर है. पहले मैने सोचा था कि ज्यूरिख डायमंड लीग में हिस्सा लूंगा कि लेकिन अब इंजरी बेहतर तो मैंने लुसाने में हिस्सा लेने का फैसला लिया है.
चोट के चलते छोड़ चुके हैं कई टूर्नामेंट
नीरज चोपड़ा पिछले कई समय से चोट से जूझ रहे हैं. पेरिस ओलंपिक से पहले नीरज जांघ के भीतरी हिस्से की मांसपेशी में परेशानी महसूस कर रहे थे. उसी समय ग्रोइन में खिंचाव आता है. चोट के चलते उन्होंने ओलंपिक से पहले होने वाली पेरिस डायमंड लीग से नाम वापस ले लिया था. उस समय नीरज चोपड़ा ने कहा था कि वह ट्रेनिंग और थ्रो करते समय ब्लॉकिंग करने वाले अपने पैर को मजबूत बनाने के लिए काम कर रहे हैं. इससे पहले उन्होंने ओस्ट्रावा टूर्नामेंट से भी नाम वापस लिया था. तब उन्हें एबडक्टर (जांघ का ऊपरी हिस्सा) में कुछ गलत महसूस हुआ था.