नीलगिरी लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: ए राजा की साख दांव पर, BJP के मुरुगन ने दी चुनौती
तमिलनाडु की 39 सीटों में से एक नीलगिरी लोकसभा क्षेत्र का एक समृद्ध राजनैतिक इतिहास रहा है. यह ए. राजा का चुनावी क्षेत्र है. देश और दुनिया भर में प्रसिद्ध पर्यटन स्थल ऊंटी नीलगिरी का मुख्यालय है. 2024 के लोकसभा चुनाव में 19 अप्रैल को पहले चरण के दौरान इस सीट पर मतदान हुआ. यहां 70.93 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई. इससे पहले साल 2019 में यहां 74.01 फीसदी तो 2014 के आम चुनाव में 73.55 फीसदी मतदान हुआ था. इस लिहाज से पिछले दोनों चुनावों में यहां करीब 3 फीसदी मतदान कम रिकॉर्ड किया गया है.
नीलगिरी लोकसभा सीट से 16 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला डीएमके, एआईएडीएमके, एनटीके और बीजेपी के बीच है. एआईएडीएमके ने यहां से डी लोकेश थमिज सेलवन को, एनटीके ने जयकुमार को, बीजेपी ने एल मुरुगन और डीएमके ने ए राजा को मैदान में उतारा है. द्रमुक नेता ए राजा की राजनीति विवादों से भरी रही है. वो भ्रष्टाचार के आरोपों की वजह से लगातार चर्चा में रहे हैं और जेल भी जा चुके हैं. 2G स्पेक्ट्रम घोटाले को लेकर वो लगातार चर्चा में थे.
2019 लोकसभा चुनाव का जनादेश
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में नीलगिरी लोकसभा क्षेत्र से डीएमके के टिकट पर ए राजा ने जीत दर्ज की थी. ए राजा ने एआईएडीएमके के एम त्यागराजन को 2,05,823 मतों के अंतर से हराया था. ए राजा को जहां 547,832 वोट मिले वहीं त्यागराजन को 3,42,009 वोट मिले. एमएनएम के एन राजेंथिरन 41,169 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
2014 चुनाव में हार गए थे ए. राजा
2014 के लोकसभा चुनाव में ए. राजा यहां से चुनाव हार गए थे, उन्हें एआईएडीएमके के सी. गोपालकृष्णन ने पराजित कर दिया था. सी. गोपालकृष्णन को 4 लाख 65 हजार जबकि ए. राजा को 3 लाख 58 हजार वोट मिले थे. साल 1957 में अस्तित्व में आए नीलगिरी लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी ने 2024 से पहले सात बार जीत दर्ज की है. बीजेपी ने 2 बार, एआईएडीएमके ने 2 बार और डीएमके ने 3 बार यहां जीत दर्ज की है.