नेहरू ने किया था शिवाजी महाराज का अपमान… कांग्रेस के प्रदर्शन पर क्या बोले फडणवीस?
पिछले साल पीएम मोदी ने महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में छत्रपति शिवाजी महाराज की एक प्रतिमा का अनावरण किया था, जिसको अभी साल भर भी नहीं हुआ था कि यह प्रतिमा गिर गई. 27 अगस्त को प्रतिमा ढही थी. हालांकि इस मामले में 2 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और 1 को गिरफ्तार भी कर लिया गया है लेकिन अब यह मुद्दा और गर्माता जा रहा है. जहां विपक्ष लगातार राज्य सरकार पर हमलावर है. इसी को लेकर महा विकास अघाड़ी आज मुंबई में विरोध मार्च आयोजित करेगा. इस पर देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार कर कहा कि नेहरू ने शिवाजी महाराज का अपमान किया.
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक है. चाहे महा विकास अघाड़ी हो या कांग्रेस पार्टी, उन्होंने कभी भी छत्रपति शिवाजी महाराज का सम्मान नहीं किया. नेहरू जी ने ‘द डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ में छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान किया. क्या कांग्रेस और एमवीए इसके लिए माफी मांगेंगे. मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने बुलडोजर से छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को ध्वस्त कर दिया.
जूता मारो आंदोलन
फडणवीस ने आगे सूरत का जिक्र किया और कांग्रेस पर हमाल बोला. उन्होंने कहा कि आजादी के सालों बाद भी उसी कांग्रेस ने हमें सिखाया कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने सूरत को लूटा. उन्होंने सूरत को कभी नहीं लूटा. लोगों ने वहां छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति स्थापित की है. क्या कांग्रेस इसके लिए माफी मांगेगी? महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ महा विकास अघाड़ी के घटक दल आज दक्षिण मुंबई में हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक ‘जूता मारो आंदोलन’ करने वाला है. लेकिन इससे पहले ही देवेंद्र फडणवीस ने एमवीए समेत कांग्रेस पर पलटवार कर तीखा हमला बोल दिया.
एक बड़ी प्रतिमा बनाएंगे
हालांकि छत्रपति शिवाजी महारजा की प्रतिमा गिरने पर एकनाथ शिंदे से लेकर अजित पवार तक जनता से माफी मांग चुके हैं. यहां तक की पीएम नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर कहा था कि छत्रपति महाराज हमारे लिए सिर्फ राजा नहीं बल्कि आराध्य देव हैं. मैं उनके चरणों में गिर कर उनसे माफी मांगता हूं. वहीं एकनाथ शिंदे ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि मैं 100 बार माफी मांगने को तैयार हूं. साथ ही ये भी कहा कि वो एक बड़ी प्रतिमा बनाएंगे.