नॉर्थ कोरिया ने फिर उड़ाए कचरे वाले गुब्बारे, साउथ कोरिया के इस कदम के बाद लिया फैसला
साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया में एक बार फिर से कचरे से भरे गुब्बारों की लड़ाई शुरू हो गई है. इसकी शुरुआत साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया को जवाब देने के लिए दो दिन पहले की है, जिसके बाद से रविवार यानी 21 जुलाई को नॉर्थ कोरिया ने ज्यादा की मात्रा में कचरे से भरे गुब्बारे साउथ कोरिया की तरफ भेजे हैं. दोनों देशों की इस लड़ाई से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव का माहौल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है.
नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीच अक्सर तनाव की स्थिति बनी रहती है, इसी कड़ी में इस साल 2023 मई से दोनों देशों के बीच गुब्बारे भेजने की लड़ाई चल रही है, इसमें कभी राजनीतिक पर्चे तो कभी कचरे और गोबर भेजे जा रहे हैं. ये सिलसिला एक बार फिर शुरू हो गया है, जब साउथ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया के खिलाफ प्योंगयांग विरोधी दुष्प्रचार प्रसारण फिर से शुरू कर दिया था, इसके जवाब में नॉर्थ कोरिया ने फिर से कचरे से भरे गुब्बारे भेजना शुरू किया है.
नॉर्थ कोरिया को मिली साउथ कोरिया की धमकी
साउथ कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने बताया कि नॉर्थ कोरिया के गुब्बारे सीमा पार करके साउथ कोरिया की राजधानी सियोल के उत्तर में उड़ रहे थे, जिसके लिए उन्होंने साउथ कोरिया में रह रहे लोगों को सावधान करते हुए इन गुब्बारों से दूर रहने को कहा है और इसके अलावा उन्होंने कहा है कि अगर कोई भी गुब्बारा जमीन पर गिरता है तो तुरंत पुलिस को सूचना दी जाए. नॉर्थ कोरिया को धमकी देते हुए साउथ कोरिया ने कहा था कि अगर गुब्बारे दोबारा से साउथ कोरिया की तरफ उड़ाए गए तो वह लाउडस्पीकर प्रसारण को और भी बेहतर तरीके से करेगा और अन्य कड़े कदम उठाएगा.
विरोधी पर्चों के बाद गुब्बारों में भरे जाने लगे कचरे
गुब्बारों की ये लड़ाई इस साल मई के अंत से शुरू हुई थी जब साउथ कोरिया के कुछ कार्यकर्ताओं ने नॉर्थ कोरिया का विरोध जताते हुए उसकी सीमा पार गुब्बारे भेजना शुरू किया था जिसमें नॉर्थ कोरिया के नेता किम जोंग उन के विरोधी पर्चों के साथ गोबर भर के भेजा गया था, इसके अलावा प्योंगयांग विरोधी प्रचार प्रसार, के-पॉप गाने और यूएसबी स्टिक के साथ अमेरिकी डॉलर के नोट भरे हुए थे, जिसके जवाब में नॉर्थ कोरिया ने कचरे से भरे गुब्बारे साउथ कोरिया की ओर उड़ाए, जिसमें कपड़े के टुकड़े, सिगरेट के टुकड़े, बेकार बैटरी जैसे और भी कचरे भरे हुए थे.