न उम्र-न बीमारी…बाइडेन ने अमेरिकावासियों को बताया क्यों छोड़ी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है. 5 नवंबर को देश में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं, जिसके चलते दोनों खेमों में डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टी में राजनीति तेज हो रही है. इसी बीच वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में रविवार को बड़ा ऐलान किया था. बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है और चुनाव की रेस से बाहर हो गए हैं. बाइडेन की सेहत चुनाव में डिबेट का बड़ा मुद्दा बनी हुई थी जिसको लेकर विपक्षी पार्टी लगातार बाइडेन पर निशाना साध रही थी और कहा जा रहा था कि बाइडेन की उम्र और बीमारी उन के चुनाव से पीछे हटने की वजह बनी है. हालांकि अब बाइडेन ने इस बात का खुलासा किया है कि न उम्र, न बीमारी बल्कि लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए वो चुनाव से पीछे हट गए हैं.
बाइडेन हाल ही में कोविड-19 से संक्रमित हो गए थे और आइसोलेशन में थे. आइसोलेशन के दौरान जो बाइडेन ने उम्मीदवारी वापस लेने का ऐलान किया था, जिसके बाद बुधवार को राष्ट्रपति चुनाव की रेस से बाहर होने के बाद पहली बार बाइडेन ने स्पीच दी. बाइडेन कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद रेहोबोथ बीच, डेलावेयर में थे. जिसके बाद वो कोविड नेगिटिव होने के बाद मंगलवार को व्हाइट हाउस लौटे. राष्ट्रपति चुनाव की रेस से पीछे होने के बाद बाइडेन पहली बार अमेरिकावासियों के सामने आए और उन्होंनेबताया कि क्यों वो राष्ट्रपति चुनाव से बाहर हो गए और उम्मीदवारी के लिए कमला हैरिस के नाम को आगे किया.
क्यों हुए चुनाव की रेस से बाहर
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने लगभग 11 मिनट तक स्पीच दी. बुधवार शाम ओवल ऑफिस से देश को संबोधित करते हुए बाइडेन ने चुनाव से पीछे हटने की वजह बताई. उन्होंने कहा चुनाव से उन्होंने कदम लोकतंत्र को बचाने के लिए वापस ले लिए. उन्होंने कहा, मैं इस कार्यालय का बहुत सम्मान करता हूं, लेकिन मैं अपने देश से भी बहुत ज्यादा प्यार करता हूं.” आपके राष्ट्रपति के रूप में सेवा करना मेरे लिए जीवन का सबसे बड़ा सम्मान है. उन्होंने आगे कहा लेकिन इस समय लोकतंत्र दांव पर लगा है और उस की रक्षा करना किसी भी और पद से ज्यादा जरूरी है. साथ ही बाइडेन ने कहा, मुझे अपने अमेरिकी लोगों के लिए काम करने में खुशी और ताकत मिलती है.
नई जेनरेशन के हाथ में कमान
जो बाइडेन की उम्र 81 साल हैं और उनकी सेहत चुनाव में एक बड़ा मुद्दा बन कर सामने आ रही थी, जिसको लेकर रिपब्लिकन पार्टी उन पर निशाना साध रही थी. साथ ही देश में चुनाव को लेकर हो रहे सर्वे में भी जो बाइडेन पीछे दिखाई दे रहे थे और उनके विपक्षी डोनाल्ड ट्रंप जीत की तरफ बढ़ते हुए दिख रहे थे. बाइडेन ने उम्मीदवारी पीछे लेने की वजह बताते हुए कहा, मैंने तय किया है कि अब देश के विकास के लिए आगे बढ़ना का बेहतर रास्ता एक ही है कि अब देश की कमान नई जेनरेशन के हाथ में दी जाए. यहीं बेहतर रास्ता है जो हमारे देश को एक करेगा.
कमला हैरिस की उम्मीदवारी का समर्थन
जो बाइडेन ने अपने विपक्षी डोनाल्ड ट्रंप का नाम बिना लिया उन पर हमला किया. बाइडेन ने कहा, अमेरिका के बारे में सबसे अच्छी बात यह है कि यहां राजा और तानाशाह शासन नहीं करते, बल्कि लोग करते हैं. बाइडेन ने अब उम्मीदवारी की जिम्मेदारी अपनी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के कंधों पर डाल दी हैं. साथ ही अपनी स्पीच के दौरान बाइडेन ने उन चीजों का भी जिक्र किया जिनको उन को अपने शासन के बचे हुए समय में पूरा करना है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट में सुधार, गाजा युद्धविराम, अमेरिकी गठबंधनों को कायम रखना और कैंसर को खत्म करने की दिशा में काम करना शामिल है. बाइडेन ने कमला हैरिस की उम्मीदवारी का समर्थन करते हुए कहा, कमला हैरिस अनुभवी हैं और सक्षम हैं. साथ ही उन्होंने अमेरिका के लोगों से वोट मांगते हुए कहा, अमेरिकी लोगों अब चुनाव आप पर निर्भर है.