पश्चिम बंगाल के पूर्व CM बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन, लंबे समय से थे बीमार
पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य का निधन हो गया है. उन्होंने गुरुवार को अंतिम सांस ली. वह 80 साल के थे. बुद्धदेव भट्टाचार्य लंबे समय से बीमार चल रहे थे. बुद्धदेव भट्टाचार्य ने नवंबर 2000 से मई 2011 तक मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. वह दक्षिण कोलकाता के बालीगंज इलाके में दो कमरे के एक छोटे से सरकारी अपार्टमेंट में रहते थे. बुद्धदेव सीपीएम के पोलित ब्यूरो सदस्य थे.
वह क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज से पीड़ित थे और पिछले कुछ वर्षों में बहुत कम ही वह घर से निकले थे. उन्हें आखिरी बार 2019 में बाहर देखा गया था जब वह सीपीआई (एम) की एक रैली में गए थे, लेकिन धूल से एलर्जी के कारण वह शामिल नहीं हो सके और घर लौट आए.
बुधवार को ही बिगड़ गई थी तबीयत
रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पूर्व सीएम ने गुरुवार सुबह नाश्ता भी किया लेकिन जल्द ही उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई. सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि उनकी तबीयत बुधवार को ही बिगड़ गई थी और उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. हालांकि, उन्हें चिकित्सा सहायता दी गई और गुरुवार सुबह 11 बजे एक डॉक्टर को उनसे मिलने जाना था.
2011 के चुनाव में मिली हार
बुद्धदेव भट्टाचार्य ने 2011 के राज्य चुनावों में सीपीएम का नेतृत्व किया था. हालांकि सीपीएम को हार मिली थी. उस चुनाव में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जिससे पूर्वी राज्य में कम्युनिस्ट शासन समाप्त हो गया था. 2024 के लोकसभा चुनावों के दौरान सीपीएम ने बंगाल के मतदाताओं को संबोधित करने के लिए बुद्धदेव भट्टाचार्य का एक AI भाषण जारी किया था. उन्होंने मतदाताओं से बीजेपी और तृणमूल दोनों को खारिज करने का आग्रह किया था. बुद्धदेव भट्टाचार्य एक कवि और अनुवादक थे.