पहली बार एक ही फिल्म के हीरो-हीरोइन साथ जीते चुनाव, 13 साल बाद संसद में होगी कंगना रनौत-चिराग पासवान की मुलाकात

लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम 4 जून को आ चुके हैं. इन चुनावों को लेकर फिल्मी गलियारों में भी काफी हलचल रही. कई शोबिज सितारे चुनावी मैदान में उतरे थे. हेमा मालिनी, कंगना रनौत सहित अरुण गोविल ने अपनी सीट से बड़ी जीत दर्ज की. कंगना रनौत ने हिमाचल प्रदेश के मंडी से जीत हासिल कर राजनीति में धमाकेदार एंट्री कर ली है. जहां एक ओर जीत के बाद से ही कंगना खूब सुर्खियां बटोर रही हैं, तो वहीं 13 साल पहले आई उनकी फिल्म का हीरो भी अपनी सीट से जीत चुका है. यह कोई और नहीं बल्कि चिराग पासवान हैं.
लोक जन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान की पार्टी ने 5 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी पर जीत गए. दरअसल चिराग पासवान ने इस बार बिहार के हाजीपुर से चुनाव लड़ा था, जहां उनकी धमाकेदार जीत हुई. अब आप सोच रहे होंगे कि, कई और सितारे भी अपनी-अपनी सीट से चुनाव लड़कर जीते हैं, तो हम बस कंगना रनौत और चिराग पासवान का ही जिक्र क्यों कर रहे हैं. इसकी वजह है- फिल्म.
अब संसद में मिलेंगे कंगना रनौत और चिराग पासवान
कंगना रनौत और चिराग पासवान दोनों ही फिल्मी जगत से आते हैं. वहीं 13 साल पहले एक ही फिल्म में काम भी कर चुके हैं. फिल्म का नाम था- ‘मिले न मिले हम’. यह चिराग पासवान की पहली फिल्म थी. पिक्चर को तनवीर खान ने डायरेक्ट किया था. इसमें कंगना रनौत और चिराग पासवास के अलावा नीरू बाजवा और सागरिका घाटगे भी नजर आईं थी. चिराग पासवान की डेब्यू फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से पिट गई थी.
इसके बाद उन्होंने पॉलिटिक्स की ओर रुख किया. साल 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार की जमुई से चुनाव लड़े और जीत हासिल की. बेशक चिराग पासवान की बॉलीवुड में एंट्री फ्लॉप रही हो, पर उनकी और कंगना रनौत की जोड़ी को काफी पसंद किया गया था. दरअसल ऐसा पहली बार हो रहा है, जब एक ही फिल्म के दोनों हीरो-हीरोइन अपनी सीट से साथ में चुनाव जीत गए हों.
क्या थी फिल्म की कहानी?
2013 में रिलीज हुई ‘मिले न मिले हम’ की कहानी चिराग के किरदार के इर्द-गिर्द घूमती है. जो टेनिस प्लेयर बनना चाहता है. वहीं फिल्म में उनकी मां को टेनिस से नफरत थी. माता-पिता का तलाक हो जाता है. वहीं, उन्हें फैमिली का कोई सपोर्ट नहीं मिलता. फिर उनकी जिंदगी में अनिशका (कंगना रनौत) की एंट्री होती है. प्यार और करियर के बीच ही फिल्म की कहानी दिखाई गई है.
यह चिराग पासवान के करियर की पहली और आखिरी फिल्म साबित हुई. इसके बाद वो पूरी तरह से राजनीति में आ गए. वहीं कंगना रनौत ने कई फिल्मों में काम किया. इस बार उन्होंने राजनीति में अपनी किस्मत आजमाई और मंडी से चुनाव जीत लिया. वहीं, 13 साल बाद कंगना रनौत और चिराग पासवान फिर एक ही छतरी के नीचे नजर आ रहे हैं. बेशक 13 सालों में दोनों के बीच कोई बातचीत न हुई हो, पर अब संसद में मुलाकात होना तय है, इसकी वजह है राजनीति. दरअसल चिराग पासवान की पार्टी बीजेपी एलांयस का हिस्सा है.

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