पहले टाटा की फेवरेट कंपनी ने बनाया रिकॉर्ड, फिर गंवाए 53,000 करोड़
देश के सबसे बड़ उद्योगपति रतन टाटा की फेवरेट कंपनियों में से एक टाटा कंसलटेंसी सर्विस के शेयर में बुधवार को गिरावट देखने को मिल रही है. खास बात तो ये है सोमवार यानी 2 सितंबर को कंपनी का शेयर 52 हफ्तों के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था. उसके बाद यानी बीते दो दिनों से इसमें गिरावट देखी जा रही है. बुधवार को कंपनी का शेयर 52 हफ्तों के हाई से 3 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है. इस गिरावट से टाटा कंसलटेंसी सर्विस के मार्केट कैप को 53 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. जानकारों की मानें तो अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट की वजह से भारतीय शेयर बाजार में आईटी कंपनियों के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर टीसीएस के शेयर को लेकर किस तरह के आंकड़ें देखने को मिल रहे हैं?
शेयर में गिरावट
अगर बात बुधवार की करें तो कारोबारी सत्र के दौरान टीसीएस के शेयर 1.63 फीसदी टूटकर 4438.35 रुपए के दिन के लोअर लेवल पर आ गए. वैसे टीसीएस के शेयर सुबह 9 बजकर 15 मिनट पर गिरावट के साथ 4,479 रुपए पर ओपन हुए. जबकि एक दिन पहले कंपनी के शेयर 4512.20 रुपए के साथ बंद हुए थे. 3 सितंबर को भी टीसीएस के शेयर में काफी उतार चढ़ाव देखने को मिला था. उसके बाद भी कंपनी 4500 रुपए के रेंज में रखने में कामयाब हुई थी.
रिकॉर्ड लेवल से 3 फीसदी से गिरे शेयर
खास बात तो ये है कि टाटा कंसलटेंसी सर्विस के शेयर रिकॉर्ड हाई से 3 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं. इसका मतलब है कि दो दिनों में कंपनी के शेयर काफी गिर चुके हैं. आंकड़ों को देखें तो बीएसई पर कंपनी का शेयर 2 सितंबर को 4,585.90 रुपए के साथ दिन रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था. जबकि बुधवार को कंपनी का शेयर 4,438.35 रुपए पर पहुंच गया. इसका मतलब है कि दो दिनों में कंपनी का शेयर 147.55 रुपए यानी 3.22 फीसदी टूट चुका है.
53,385 करोड़ का नुकसान
खास बात तो ये है कि बीते दो दिनों या यूं कहें कि कंपनी का शेयर रिकॉर्ड हाई से नीचे गिरा है, तब से कंपनी के मार्केट कैप को 53 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो चुका है. जब कंपनी का शेयर 52 हफ्तों के हाई पर पहुंचा था, तब कंपनी का मार्केट कैप 16,59,218.75 करोड़ रुपए था. बुधवार को जब कंपनी का शेयर दिन के लोअर लेवल पर आया तो कंपनी का मार्केट कैप 16,05,833.87 करोड़ रुपए पर पहुंच चुका है. इसका मतलब है कि कंपनी के मार्केट कैप में 53,384.88 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है.