पाकिस्तान को सताया भारी बेइज्जती का डर, मैच से 12 दिन पहले आनन-फानन में बदला वेन्यू
पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज शुरू होने वाली है. अब उम्मीद तो यही रहती है कि किसी भी टेस्ट सीरीज से पहले उसका माहौल तैयार किया जाए और खिलाड़ियों की संभावित टक्करों के बारे में चर्चा की जाए लेकिन फिलहाल पाकिस्तान में चर्चा इस वक्त क्रिकेट बोर्ड के फैसलों को लेकर हो रही है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड एक के बाद एक ऐसे फैसले ले रहा है, जो पहले फजीहत की वजह बन रहे हैं और फिर उससे बचने के लिए जो फैसले हो रहे हैं, वो भी अच्छी स्थिति नहीं दिखा रहे हैं. एक बार फिर चर्चा की वजह दूसरे टेस्ट मैच से जुड़ा हुआ, जिसके वेन्यू में पीसीबी ने 12 दिन पहले ही बदलाव कर दिया है.
पहले ही झेलनी पड़ी बेइज्जती
बुधवार 21 अगस्त से पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी. इस सीरीज में दो मैच खेले जाने हैं और क्रिकेट एक्शन शुरू होने से पहले ही दूसरा टेस्ट लगातार चर्चाओं में है. कराची के नेशनल स्टेडियम में होने वाले इस मुकाबले के लिए कुछ ही दिनों पहले पीसीबी ने सिर्फ 50 पाकिस्तानी रुपये (भारत में 15 रुपये) से टिकट की शुरुआत की थी, ताकि लोग मैच देखने आ सकें. कराची में पिछले 2-3 सालों में पाकिस्तानी टीम से लेकर पीएसएल के मैच में दर्शकों की काफी कमी दिखी है, जिससे पीसीबी को फजीहत का सामना करना पड़ा है.
अब 12 दिन पहले वेन्यू बदल दिया
फिर पीसीबी ने इस फैसले को ही रद्द करते हुए मैच को बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में कराने का फैसला लिया था. इसकी वजह पीसीबी ने स्टेडियम में चल रहे पुनर्निर्माण को बताया था, जो चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हो रहा है. इस पर कुछ पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटरों ने आपत्ति जताई थी और कहा था कि खाली स्टेडियम में मैच होने से पाकिस्तान क्रिकेट की बेइज्जती होगी. अब पीसीबी को भी इसका एहसास हुआ है और उसने मैच के वेन्यू को ही बदलने का फैसला किया है.
बोर्ड ने रविवार 18 अगस्त को दूसरे टेस्ट मैच को कराची की जगह रावलपिंडी में आयोजित करने का फैसला किया. स्टेडियम के निर्माण कार्य का हवाला देकर ही ये फैसला किया गया है. दूसरा टेस्ट 30 अगस्त से होना है. पाकिस्तानी बोर्ड के लिए सिर्फ राहत इस बात की है कि उसे दूसरे टेस्ट के नए वेन्यू में कुछ तैयारियां नहीं करनी होंगी क्योंकि रावलपिंडी में ही पहला टेस्ट मैच भी खेला जाना है. ऐसे में दूसरे टेस्ट के लिए दोनों टीमों को किसी तरह की भाग-दौड़ नहीं करनी होगी और पीसीबी भी खाली स्टेडियम की शर्मिंदगी से बच पाएगी.