पाक सेना में ईसाई बना मेजर तो खुश हुए शहबाज, क्या है हिंदू सैनिकों की स्थिति?
पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा, भेदभाव की खबरें अक्सर आती रहती हैं. कई बार पाकिस्तान पर मानवाधिकार संगठनों ने आरोप लगाया है कि यहां कि नौकरियों में अल्पसंख्यक समुदाय को बराबर के अवसर नहीं मिलते हैं. हाल ही पाकिस्तान सेना में एक ईसाई अधिकारी जूलियन मोअज्जम जेम्स को मेजर जनरल बनाया गया है. ऐसा पहली बार है जब पाक सेना में किसी अल्पसंख्यक अधिकारी को इस पद से नवाजा गया है. पाकिस्तान सेना में न की बाराबर अल्पसंख्यक सैनिक हैं. 2022 में आई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि पाकिस्तान सेना में महज 200 हिंदू सैनिक हैं.
जूलियन मोअज्जम जेम्स के मेजर जनरल बनने पर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बधाई दी और कहा, “जेम्स की क्षमताएं, कड़ी मेहनत और लगन युवा पीढ़ी के लिए मार्गदर्शन है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि देश की प्रगति, समृद्धि और रक्षा के लिए ईसाई समुदाय के योगदान भुलाया नहीं जा सकता है.”
22 ब्रिगेडियर बने मेजर जनरल
पाक मीडिया की रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हफ्ते पाकिस्तानी सेना में 22 ब्रिगेडियरों को मेजर जनरल के पद से नवाजा गया है. इन पदोन्नतियों को पाकिस्तान आर्मी प्रमोशन बोर्ड ने मंजूरी दी है. पीएम ऑफिस के बयान में मेजर जनरल जेम्स के भविष्य के लिए खास शुभकामनाएं दी गई है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री का बधाई देना दुनिया को संकेत देने के तौर पर भी देखा जा रहा है कि पाकिस्तान की सेना में हर समुदाय के लोगों को समान अवसर और सम्मान दिया जाता है. इससे पहले जून में कर्नल डॉ. हेलेन मैरी रॉबर्ट पाकिस्तानी सेना में ब्रिगेडियर पद संभालने वाली पहले ईसाई महिला बनी थी.
पाकिस्तान में अल्पसंख्यक
पाकिस्तान में ईसाई धर्म तीसरा बड़ा धर्म हैं. 2023 की जनगणना के मुताबिक यहां कि कुल आबादी में करीब 1.37 फीसद लोग ईसाई धर्म को मानते हैं. वहीं हिंदु धर्म की बात करे तो, यहां की 2.17 फीसद आबादी हिंदु धर्म को मानती हैं. पिछले साल सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने रावलपिंडी के क्राइस्ट चर्च में क्रिसमस समारोह के दौरान देश के विकास में ईसाई समुदाय की ओर से निभाई गई भूमिका की सराहना की थी. पाक सरकार दुनिया भर में धार्मिक आजादी को लेकर हो रही किरकिरी को कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.