पानी के लिए लगा करंट, लगभग खत्म हो गई आंखों की रोशनी, कपिल परमार ने फिर भी देश को जिताया ऐतिहासिक ब्रॉन्ज मेडल
पैरालंपिक में पहली बार भारत को जूडो में कोई मेडल मिला है और ये ऐतिहासिक काम कपिल परमार ने किया है. कपिल ने ब्राजील के खिलाड़ी को हराकर मेंस 60 KG J1 कैटेगिरी में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. कपिल परमार की कहानी बेहद दर्दनाक है, बचपन में ही उनकी आंखों की रोशनी लगभग चली गई थी लेकिन इसके बावजूद इस खिलाड़ी ने हार नहीं मानी और आज पूरा देश उनकी उपलब्धि को सलाम कर रहा है. कपिल ने देश को कैसे मेडल जिताया ये आप आगे जानेंगे लेकिन पहले जानिए उस दर्दनाक हादसे के बाद में जो इस खिलाड़ी के साथ हुआ था.
कपिल परमार को लगा था करंट
कपिल परमार मध्य प्रदेश के सिहोर के रहने वाले हैं. कपिल जब 9 साल के थे तो उनके साथ एक बेहद दर्दनाक हादसा हुआ था. कपिल अपने घर पर मोटर से पानी निकालने की कोशिश कर रहे थे लेकिन इस दौरान उन्हें करंट लग गया.कुछ समय बाद उनकी आंखों की रोशनी लगातार कमजोर होती चली गई. उनकी आंखों की रोशनी इतनी कम है कि सबसे ज्यादा हाई पावर के चश्मे से भी वो देख नहीं पाते हैं. उन्हें बेहद कम दिखाई देता है.
हालांकि कपिल ने इस हादसे के बावजूद हार नहीं मानी और उन्होंने जूडो के खेल को अपनाया.कपिल परमार रहते तो भोपाल में हैं लेकिन उन्होंने अपनी ट्रेनिंग लखनऊ में की. इस जूडो खिलाड़ी ने कोच मुनव्वर अंजार अली सिद्दीकी से जूडो की बारीकियां सीखी. इंडियन पैरा जूडो एकेडमी में कपिल ने कड़ी ट्रेनिंग कर खुद को निखारा.
KAPIL WINS HISTORIC BRONZE
Kapil Parmar beat Elielton De Oliveira (BRA) by ippon in bronze medal of mens 60kg J1
India’s first ever #ParaJudo medal at the #Paralympics pic.twitter.com/nCQ9jsG6rm
— Aditya Kumar (@adityavaisya) September 5, 2024
कपिल परमार का करियर
साल 2017 में उन्होंने जूडो में एंट्री की और 2019 कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में इस खिलाड़ी ने गोल्ड मेडल भी जीत लिया. 2022 एशियन पैरा गेम्स में कपिल को सिल्वर मेडल हासिल हुआ. 2023 वर्ल्ड गेम्स और ग्रां प्री में उन्हें ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुआ. अब अपने करियर के पहले पैरालंपिक में उन्होंने एक बार फिर देश को ऐतिहासिक मेडल दिलाया है.