पिघली रिश्तों पर जमी बर्फ! जयशंकर के दौरे के बाद भारत की तारीफों के पुल बांध रहा मालदीव
मालदीव के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि विदेश मंत्री एस. जयशंकर की यहां की यात्रा द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. मंत्रालय ने कहा कि दोनों देशों ने अपनी मित्रता और मजबूत संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने की इच्छा व्यक्त की है.
जयशंकर की शुक्रवार से रविवार तक की मालदीव की आधिकारिक यात्रा मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के पिछले वर्ष नवंबर में पदभार ग्रहण करने के बाद नयी दिल्ली से पहली उच्चस्तरीय यात्रा थी. मुइज्जू को चीन समर्थक नेता माना जाता है.
संबंधों में सुधार का संकेत
जयशंकर की यात्रा और राष्ट्रपति मुइज्जू के साथ उनकी बैठक तथा विदेश मंत्री मूसा जमीर के साथ बातचीत का जिक्र करते हुए मालदीव के विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा कि जमीर और डॉ. जयशंकर दोनों ने मालदीव और भारत के बीच मित्रता और मजबूत संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने की इच्छा व्यक्त की. जमीर ने मालदीव सरकार और उसके लोगों की सभी क्षेत्रों में भारत के साथ सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई, जिससे द्विपक्षीय संबंधों में स्पष्ट रूप से सुधार का संकेत मिलता है.
कनाडाई सांसद ने की जयशंकर से मुलाकात
कनाडा के सांसद चंद्रकांत आर्य ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात के बाद कहा कि कनाडा-भारत संबंध दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं.विदेश मंत्री ने एक्स पर लिखा कि कनाडाई सांसद चंद्रकांत आर्य से मिलकर प्रसन्नता हुई. भारत-कनाडा दोस्ती के सच्चे समर्थक के रूप में, उनके विचारों की सराहना करता हूं.
भारत से संबंध महत्वपूर्ण
जयशंकर ने सोशल मीडिया मंच पर मुलाकात की एक तस्वीर भी साझा की. वहीं. आर्य ने कहा कि कनाडा-भारत संबंध दोनों देशों के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. जैसा कि भारत में निवर्तमान कनाडाई उच्चायुक्त ने कुछ महीने पहले कहा था. कनाडा और भारत के रणनीतिक हित पूरी तरह से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि आर्थिक संबंध, विशेष रूप से भारत में कनाडाई निवेश मजबूत हो रहा है.
बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय छात्र
आर्य ने कहा कि भारत के कुशल पेशेवर हमारी मानव प्रतिभा की आवश्यकताओं को पूरा कर रहे हैं. हमारे पास भारत से बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय छात्र हैं. हमें न केवल इसे बनाए रखने बल्कि इसे अगले स्तर तक ले जाने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए.