‘पीएम जन औषधि योजना’ ने रचा इतिहास, अब तक 200 करोड़ की बिक्री
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत 30 सितंबर 2024 तक देशभर में कुल 13,822 जनऔषधि केंद्र खोले जा चुके हैं. इन केंद्रों ने सितंबर 2024 में ₹200 करोड़ की रिकॉर्ड बिक्री दर्ज की, जो इस परियोजना के इतिहास में सबसे अधिक बिक्री है.सितंबर 2023 में इन केंद्रों की बिक्री ₹141 करोड़ थी, जो साल-दर-साल 42% की महत्वपूर्ण वृद्धि को दर्शाती है.
वहीं सितंबर 2024 तक कुल वार्षिक वृद्धि का 31.20% यानी ₹913.30 करोड़ का लक्ष्य पहले ही प्राप्त किया जा चुका है.
केंद्रों से रोज 10 लाख लोग दवाएं खरीदते
बता दें जनऔषधि केंद्रों से प्रतिदिन लगभग 10 लाख लोग दवाएं खरीदते हैं, जिससे इस परियोजना की लोकप्रियता और पहुंच का पता चलता है. पिछले 10 वर्षों में पीएमबीजेपी के तहत 6,100 करोड़ रुपये की दवाओं की बिक्री हो चुकी है. जिससे नागरिकों को ब्रांडेड दवाओं की तुलना में लगभग ₹30,000 करोड़ की बचत हुई है. परियोजना के तहत, एक दवा की कीमत शीर्ष तीन ब्रांडेड दवाओं की औसत कीमत के अधिकतम 50% पर निर्धारित की जाती है.
जनऔषधि केंद्रों पर उपलब्ध दवाएं, सर्जिकल उपकरण और न्यूट्रास्युटिकल उत्पाद बाजार में मौजूद ब्रांडेड उत्पादों से कम से कम 50% और कुछ मामलों में 80% से 90% तक सस्ते होते हैं.
25,000 जनऔषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य
पीएमबीजेपी के उत्पाद समूह में 1963 दवाएं तथा 293 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं, जो सभी प्रमुख चिकित्सीय समूहों जैसे कार्डियोवास्कुलर, कैंसर रोधी, एनिट-डायबिटीज, संक्रमण रोधी, एलर्जी रोधी, गैस्ट्रो-आंत्र दवाएं, न्यूट्रास्यूटिकल्स आदि को कवर करते हैं.सस्ती स्वास्थ्य सेवाओं को देश के हर नागरिक तक पहुंचाने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने मार्च 2026 तक 25,000 जनऔषधि केंद्र खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए इस वायदे को पूरा करने के लिए पीएमबीजेपी की आधिकारिक वेबसाइट पर नए जनऔषधि केंद्र खोलने के लिए ऑनलाइन आवेदन किए गए हैं. किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए राष्ट्रीय टोल-फ्री नंबर 1800 180 8080 पर संपर्क किया जा सकता है.