पीएम मोदी ने भारत को दुनिया की 11वें से 5वीं बड़ी इकोनॉमी बनाया, अब तीसरी अर्थव्यवस्था बनाएंगे : अमित शाह
भारत आज की तारीख में दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी इकोनॉमी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के 10 साल के कार्यकाल में इसे 11वें स्थान से 5वें स्थान पर लाया गया है और अब जो नींव डाली है, उसकी बदौलत भाजपा की अगली सरकार में देश दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा. ये कहना है देश के गृह मंत्री अमित शाह का.
लोकसभा चुनावों के अंतिम चरण से पहले टीवी9 भारतवर्ष के साथ एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में गृह मंत्री अमित शाह ने चुनावी मुद्दों से लेकर देश की अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए उनकी सरकार द्वारा किए गए कामों पर खुलकर बात की. साथ ही बताया कि कैसे उनकी सरकार ने 60 करोड़ गरीबों से लेकर देश के सरकारी बैंकों की स्थिति सुधारने पर काम किया है.
11वें से 5वें नंबर पर लाए इकोनॉमी
अमित शाह ने कहा कि साल 2014 से पहले इस देश का शासन 10 साल तक एक अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री के हाथ में रहा. वह देश की इकोनॉमी को दुनिया में 11वें नंबर पर एक स्टैगनेंट स्थिति में छोड़कर गए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने उसे वहां से उठाकर भारत को दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का काम किया है.
तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनाने की नींव डाली
गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनावों में फिर जीत हासिल करने का भरोसा जताया है. साथ ही कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार ने आर्थिक सुधारों और विकास की वो नींव डाली है, जिसकी बदौलत हमारी सरकार के अगले टर्म में हम दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनने के लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेंगे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने 10 साल के कार्यकाल में देश को हर मोर्चे पर स्ट्रक्चर्ड तरीके से आगे बढ़ाने का काम किया है.
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सबसे पहले 60 करोड़ गरीब लोगों को उनकी सरकार ने घर, बिजली, पानी, शौचालय, मुफ्त इलाज की सुविधाएं, हर महीने 5 किलो अनाज और मुफ्त गैस सिलेंडर देने का काम किया है. पहले ये लोग देश की विकास धारा से खुद को कटा हुआ पाते थे, लेकिन आज आजादी के बाद पहली बार उन्हें लग रहा है कि इस देश की किसी सरकार ने उनकी चिंता की है.
इस देश की सेनाओं का आधुनिकीकरण और स्वदेशी तरीके से उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का काम नरेंद्र मोदी सरकार ने किया है. देश के सभी सरकारी बैंक जो एक समय में एनपीए के कारण कर्ज में डूबे थे, आज सबसे अच्छा प्रॉफिट कमा रहे हैं. एक समय में देश के शेयर बाजार में 2.20 करोड़ लोग ही ट्रेड करते थे, आज 15 करोड़ डीमैट खातों से लोग उसमें हिस्सा ले रहे हैं.