पीसीओएस बीमारी के कारण क्या नींद भी होती है डिस्टर्ब? एक्सपर्ट ने बताया
आज के समय में अनहेल्दी लाइफस्टाइल के चलते महिलाओं में सबसे आम समस्या पीरियड्स को लेकर है जिसमें महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं और इससे आगे चलकर उन्हें बच्चा कंसीव करने में काफी मुश्किलें आती हैं, इसलिए इसे लाइफस्टाइल डिजीज भी कहा जाता है. इसे हम पीसीओएड यानी कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के नाम से जानते हैं. आज बेहद कम उम्र में ये समस्या ज्यादातर महिलाओं को प्रभावित कर रही है. इसमें हार्मोंस इमबैलेंस के चलते पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं, वजन बढ़ जाता है और बाद में महिला को बच्चा कंसीव करने में मुश्किल होती है. लेकिन अगर इसके लक्षणों की बात की जाए तो इसमें कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं जिन्हें पहचानना बेहद मुश्किल है चलिए बात करते हैं उन लक्षणों की.
सीके बिड़ला अस्पताल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. तृप्ति रहेजा बताती हैं कि पीसीओएस में एक लक्षण ये भी है कि इससे हमारी नींद प्रभावित होती है लेकिन इसके बारे में बेहद ही कम लोग जानते हैं. दरअसल, पीसीओएस हमारे नींद के पैटर्न को प्रभावित करता है जिससे महिलाओं में नींद न आने की समस्या हो जाती है, अगर नींद आती भी है तो आंख बार-बार खुलती है. इसके अतिरिक्त इससे ग्रस्त महिलाओं को स्लीप एपनिया की शिकायत हो जाती है जिससे वो नींद के दौरान जोर से खर्राटे लेती हैं क्योंकि उनकी सांस लेने में रूकावट आती है और ये सब होता है हार्मोंस इमबैलेंस होने के वजह से. जिससे वजन भी काफी बढ़ जाता है. अगर इस तरफ ध्यान न दिया जाए तो नींद न आने की समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है जिससे महिला हमेशा थका थका महसूस करती है.
पीसीओएस में दिखते हैं ये लक्षण
इसके अलावा इसमें महिला की आवाज में परिवर्तन, स्तन का आकार कम होना, मांसपेशियों का बढ़ना, छाती और चेहरे पर बाल आना जैसे लक्षण शामिल है. साथ ही मूड में बदलाव होना भी पीसीओएस का एक मुख्य लक्षण है, ये हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है, जिससे महिला को चिड़चिड़ेपन की शिकायत, मूड स्विंग्स, डिप्रेशन, मायूसी आदि भी महसूस हो सकता है.
काफी कम महिलाओं को ये पता होगा कि थकान भी पीसीओएस की वजह से महसूस हो सकती है. पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं अक्सर नींद पूरी न होने की वजह से हर समय थकान महसूस कर सकती हैं.
बाल पतले होना पीसीओएस का लक्षण
बालों का पतला होना और बालों का झड़ना भी पीसीओएस का लक्षण हो सकता है, कई बार महिलाओं को ये एहसास नहीं होता कि उनके बाल पीसीओएस की वजह से कमजोर, पतले और झड़ रहे हैं. पीसीओएस में महिलाओं में पुरुष हार्मोन एंड्रोजन का स्तर बढ़ जाता है जिससे बालों के रोम सिकुड़ जाते हैं जो महिलाओं में बाल झड़ने की वजह बनता है. इसके अलावा पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं की स्किन पर काले धब्बे भी हो सकते हैं जो आमतौर पर गर्दन, अंडरआर्म्स या जांघों के आसपास हो सकते है.
पीसीओएस के इन लक्षणों के बारे में महिलाओं को बेहद कम जानकारी होती है इसे सिर्फ पीरियड्स अनियमित होने से जोड़कर देखा जाता है लेकिन अगर आपको ये समस्याएं भी दिखे तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से जरूर सलाह करें.