पीसीओएस बीमारी में होने वाला मोटापा कैसे होता है अलग, वजन कम करने में क्यों आती है परेशानी
महिलाओं में पीसीओएस की समस्या बेहद आम है. इसे पीसीओडी यानी कि पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज के नाम से भी जाना जाता है. इस परेशानी में हार्मोंस में गड़बड़ी के चलते महिलाओं के पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं. इसे एक लाइफस्टाइल डिजीज भी माना जाता है क्योंकि ये अक्सर महिलाओं में अनहेल्दी लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की आदत के चलते होती है.
पीसीओएस में हार्मोन इम्बैलेंस के चलते महिलाओं की ओवरी में कई छोटी छोटी गांठ बन जाती हैं जिसकी वजह से महिलाओं में पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं जिसके चलते महिलाओं में कई शारीरिक बदलाव आने शुरू हो जाते हैं. इन साइड इफेक्ट्स में से सबसे बड़ा साइड इफेक्ट है वजन बढ़ना. इस परेशानी में अक्सर महिलाओं का वजन बेहताशा बढ़ने लगता है और कंट्रोल करने से भी कंट्रोल नहीं होता. ये मोटापा शरीर के एक हिस्से में न होकर पूरे शरीर में बराबर रूप से देखा जा सकता है जिसकी वजह से महिलाएं काफी असहज महसूस करने लगती है.
ये मोटापा कैसे है अलग
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि पीसीओडी में वजन बढ़ने के कई कारण होते हैं जिनमें सबसे बड़ा कारण है हार्मोन का असंतुलन. ये वजहें एक दूसरे को ट्रिगर करती हैं. पीसीओएस में महिलाओं में बनने वाले फीमेल हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन की कमी हो जाती है जो बढ़ते वजन का सबसे बड़ा कारण है. इसके अलावा बैसल मेटाबॉलिक रेट भी कम हो जाती है जिससे खाना ठीक से नहीं पचता और शरीर में कमजोरी और थकान महसूस होने लगती है जिससे व्यक्ति की फिजिकल एक्टिविटी और ज्यादा कम जाती है. ये सभी कारण मिलकर वेट को और ज्यादा बढ़ाते हैं.
पीसीओडी के अन्य लक्षणों की बात करें तो उसमें इर्रेगुलर पीरियड्स के अलावा, थकान, कमजोरी, शरीर और चेहरे पर बाल आना, पेल्विक पेन, मूड में बदलाव और वजन बढ़ना शामिल हैं.
पीसीओडी के वजन को कम करना मुश्किल
डॉक्टर बताते हैं कि अन्य वजन के अलावा पीसीओडी की वजह से बढ़े हुए वजन को कम करने में ज्यादा परेशानी आती हैं. चूंकि ये वजन हार्मोंस में गड़बड़ी के कारण बढ़ता है इसलिए वजन कम करने के लिए सबसे पहले हार्मोन को बैलेंस करना जरूरी होता है लेकिन ये इतना भी आसान नहीं होता. इसके लिए हेल्दी लाइफस्टाइल, खान-पान का विशेष ध्यान और समय पर दवाइयां लेनी पड़ती हैं. इससे जब आपके हार्मोंस बैलेंस होते हैं तभी आपका वजन धीरे धीरे कम होना शुरू होता है. इसके लिए आपको रोजाना एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट, स्ट्रेस लेवल मेंटेन, समय पर दवा, नींद पूरी करनी होती है. साथ ही आपको स्मोकिंग और शराब का सेवन बंद करना होता है. इन तरीकों को अपनाकर ही आप अपने हार्मोंस को संतुलित कर सकते हैं जिससे आपको वजन कम करने में मदद मिलती है.