पुतिन ने किया वार तो छिड़ जाएगा न्यूक्लियर वॉर, मॉस्को को सबक सिखाएगा NATO

पुतिन की लगातार चेतावनियों के बीच NATO ने बड़ी तैयारी शुरू कर दी है. दावा ये किया जा रहा है कि NATO रूस पर न्यूक्लियर अटैक कर सकता है. यह दावा कोई और नहीं बल्कि पुतिन के ही एक भरोसेमंद अधिकारी ने किया है. इस बात की संभावना इसलिए भी बढ़ गई हैं, क्योंकि पिछले कई दिनों से दोनों देशों में हाइब्रिड युद्ध छिड़ा हुआ है. पौलेंड ने आग में घी का काम करते हुए रूस के राजदूत पर पाबंदियां भी लगा दी हैं.
यूक्रेन को लेकर NATO और रूस में ठनी हुई है. पिछले दिनों राष्ट्रपति पद की पांचवीं बार शपथ लेने के बाद पुतिन ने इस बात का ऐलान कर दिया था कि अगर NATO अपनी जिद पर अड़ा रहा तो अच्छा नहीं होगा. रूस की संप्रभुता पर आंच आई तो वह कुछ भी कर सकते हैं. इसके ठीक बाद ही पुतिन ने न्यूक्लियर ड्रिल का आदेश दिया था. अब NATO ने भी इस तरह की ड्रिल शुरू कर दी है. खुद रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस के डिप्टी डायरेक्टर और देश की सीमा सुरक्षा सेवा के प्रमुख व्लादिमीर कुलिशोव ने एक इंटरव्यू में ये दावा किया है. अगर इस दावे को सच मान लिया जाए तो ये तय है कि आने वाला वक्त दुनिया में एक बड़ी जंग लेकर आएगा.
NATO की गतिविधियां बढ़ीं
व्लादिमीर कुलिशोव है कि रूस की सीमा के नजदीक नाटो की खुफिया गतिविधियां बढ़ गई हैं. सेना ने ड्रिल शुरू कर दिया है. NATO कई पहलुओं पर रूस के खिलाफ साजिश कर रहा है. परमाणु हमले तक की योजना बनाई जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि नाटो की वजह से ही यूक्रेन पर संकट बढ़ता जा रहा है. यह रूस के खिलाफ एक छद्म युद्ध की तरह है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि यही रवैया जारी रहा तो फिर नाटो को भयंकर परिणाम झेलना होगा.
NATO गलतफहमी में है
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि नाटो सैन्य गुट रूस के साथ सीधे टकराव में शामिल होता जा रहा है. इसका मतलब नाटो गलतफहमी में है. नाटो महासचिव जेम्स स्टोलटेनबर्ग द्वारा यूक्रेन द्वारा पश्चिमी हथियारों के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटाने की वकालत के जवाब में दिमित्री ने कहा कि NATO का जो रुख होगा रूस उसी तरह से जवाब देगा. पेस्कोव ने कहा नाटो तनाव को बढ़ा रहा है, वह युद्ध जैसी बयानबाजी कर हमें डराने और धमकाने की कोशिश कर रहा है.
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पौलेंड ने रूस के राजदूत पर पाबंदियां लगाईं
नाटो कंट्री पौलेंड ने दूसरे मोर्चे पर भी रूस पर सख्ती शुरू कर दी है. सरकार ने घोषणा की है कि पोलैंड में तैनात रूसी राजनयिकों को उन प्रांतों तक ही सीमित रखा जाएगा जहां पर वे तैनात हैं. पौलेंड में रूस के चार दूतावास हैं इसके लेकर यूरोपीय संघ मंत्रिस्तरीय बैठक में सोमवार को चर्चा हुई थी. इसके बावजूद ही पोलिश विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोर्स्की ने इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रूस हमारे साथ हाइब्रिड युद्ध कर रहा है. हमारे पास रूसी सरकार द्वारा किए गए कामों के सबूत हैं. सिकोरस्की ने यह भी दावा किया कि रूस ने पोलैंड ही नहीं लिथुआनिया, लातविया और स्वीडन में वाणिज्यिक सुविधाओं पर हमले की साजिश रचने का आरोप लगाया है, हालांकि उसने कोई सबूत पेश नहीं किया है.
राजदूत को किया गया था तलब
पोलिश विदेश मंत्रालय ने एक अन्य कथित मिसाइल घटना’ के संबंध में रूसी राजदूत सर्गेई आन्द्रीव को तलब किया था, लेकिन राजदूत वहां नहीं पहुंचे थे. दरअसल पौलेंड का दावा था कि रूस की एक मिसाइल पौलेंड में गिरी, इसी पर स्प्ष्टीकरण के लिए राजदूत को तलब किया गया. खुद सर्गेई ने इस बारे में बताया. उन्होंने ये भी कहा कि पौलेंड सरकार लगातार इस तरह के आरोप लगा रही है, लेकिन मॉस्को को इन आरोपों के सबूत का इंतजार है. इसीलिए मैंने निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है.

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