पुरुष होने का आरोप बर्दाश्त नहीं, इमान खेलीफ ने गोल्ड जीतने के बाद उठाया बड़ा कदम
अल्जीरिया की बॉक्सर इमान खेलीफ को पेरिस ओलंपिक के दौरान काफी आलोचना और नफरत का सामना करना पड़ा था. दरअसल, प्री क्वार्टर फाइनल में उन्होंने इटली की बॉक्सर एंजेला कारिनी को ऐसा पंच मारा कि उन्होंने 46 सेकेंड के अंदर खुद को मुकाबले से बाहर कर लिया था. इसके बाद खेलीफ का जमकर विरोध हुआ था. वहीं सोशल मीडिया पर भी उनकी जमकर ट्रोलिंग हुई थी. हालांकि, इसके बावजूद उन्होंने खुद को संभाला और इन नफरतों के बीच महिला बॉक्सिंग की वेल्टरवेट कैटगरी के फाइनल में पहुंची. वहां उन्होंने चीन की बॉक्सर और वर्ल्ड चैंपियन यांग लियू को हराकर गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचा. अब खेलीफ ने उनके खिलाफ नफरत फैलाने वालों पर एक्शन लिया है.
इमान खेलीफ ने की कानूनी शिकायत
इमान खेलीफ ने सोशल मीडिया पर उन्हें भला-बुरा कहने वालों और ट्रोल करने वालों के खिलाफ कानूनी शिकायत दर्ज कराई है. एसोसिएटेड प्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक खेलीफ ने नफरती कमेंट्स और उनके जेंडर को लेकर की गई बयानबाजी को लेकर शिकायत की है. उन्होंने इस कानूनी कदम को उठाने के बाद कहा कि सोशल मीडिया पर उन्हें लेकर जो भी कहा जा रहा है वो नैतिक रूप से गलत है. वो पूरी दुनिया के लोगों के दिमाग को बदलना चाहती हैं, इसलिए ये कदम उठाया है. खेलीफ ने जीत के बाद कहा था कि ओलंपिक चैंपिनन बनना और गोल्ड मेडल जीतना उनका 8 सालों का सपना था, जो अब जाकर पूरा हुआ है. वो भी दूसरी औरतों की तरह ही हैं.
खेलीफ पर क्यों है लगता है पुरुष होने का आरोप?
साल 2023 से ही इमान खेलीफ पर पुरुष होने आरोप लगता रहा है. इस वजह से उन्हें वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले से पहले इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) ने डिस्क्वालिफाई भी कर दिया था. दरअसल, उन पर बायोलॉजिकल मेल होने का आरोप है. IBA ने 2023 में डिस्क्वालिफाई करने के बाद बताया था कि DNA टेस्ट के दौरान खेलीफ के शरीर में X,Y क्रोमोजोम्स पाए गए थे, जो पुरुषों में होते हैं. IBA ने खेलीफ के शरीर में बहुत ज्यादा मात्रा में टेस्टोसटेरोन होने का हवाला दिया था. वहीं खेलीफ ने IBA के फैसले को एक बड़ी साजिश बताई थी. पेरिस ओलंपिक में भी उन्हें बायोलॉजिकल मेल बताते हुए ट्रोलिंग की गई थी.