पेजेश्कियान ने इराक से गहरी की दोस्ती, इजराइल पर कही ये बात…
ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान बुधवार को अपने पहले अधिकारिक इराक दौरे पर पहुंचे है. उनका ये दौरा पश्चिमी देशों के जटिल होते प्रतिबंधों के बीच हुआ है. इराक में नवनिर्वाचित ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन का बड़ी गर्मजोशी से स्वागत किया गया. इस यात्रा में दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं.
बगदाद में पेजेश्कियान और इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने मुलाकात करने के बाद संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें ऐलान किया कि दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में 14 समझौता पर हस्ताक्षर किए हैं. प्रतिबंधों की मार झेल रहा ईरान अपने निर्यात को बढ़ाने के लिए इराक का साथ चाहता है. साथ ही प्रधानमंत्री अल-सुदानी ने गाजा जंग के बारे में कहा कि गाजा जंग का लंबा खिचना क्षेत्र के लिए बहुत खतरनाक है.
इराक-ईरान दोस्ती अमेरिका के लिए खतरा
पेजेश्कियन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए कहा कि इराक के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने के लिए ईरान प्रतिबद्ध है, दोनों नेताओं ने एक जैसे मुद्दों पर साथ आने पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों को प्रभावी ढंग से रोकने और क्षेत्र को अस्थिर करने वाली साजिशों का मुकाबला करने के लिए दोनों देशों के बीच सुरक्षा समझौतों को लागू किया जाएगा. उन्होंने दोहराया कि ईरान एक मजबूत, स्थिर और सुरक्षित इराक चाहता है जहां भाईचारा और शांति कायम रहे.
इराक की मौजूदा सरकार के अमेरिका से करीबी संबंध रहे हैं. गाजा युद्ध के बाद से इराक में मौजूद अमेरिकी बेसों पर ईरान समर्थित विद्रोही गुट लगातार हमला कर रहे हैं. ईरान का इराक में ज्यादा इंफ्लूएंस बढ़ना अमेरिका और उसके अलाय इजराइल के लिए बड़े खतरे के तौर पर देखा जा रहा है. इराक में अपने दखल के बाद ईरान इजराइल तक अपनी पहुंच को और मजबूत कर सकता है.
इराक PM ने इस्माइल हानिया की हत्या निंदा की
प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी ने तेहरान में हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो चीफ इस्माइल हानीया की हत्या की निंदा की और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस मामले में अपनी जिम्मेदारी संभालने का आग्रह किया. फिलिस्तीन विवाद के मुद्दे पर बोलते हुए पेजेश्कियान ने कहा कि गाजा युद्ध ने मानवाधिकारों के बारे में पश्चिमी दावों के पाखंड को उजागर किया है. साथ ही कहा गाजा में अमेरिकी हथियारों को इस्तेमाल कर फिलिस्तीनी नागरिकों का नरसंहार हो रहा है.